क्या भारत-पाक मैच के विरोध में कांग्रेस विधायक अजय सिंह ने सरकार की दोहरी नीति उजागर की?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस विधायक डॉ. अजय सिंह ने भारत-पाकिस्तान मैच का विरोध किया है।
- उन्हें यह सरकार की दोहरी नीति के रूप में देखते हैं।
- यह मैच ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में विवादित है।
- राजनीतिक दलों के बीच इस मुद्दे पर मतभेद हैं।
- भारत ने एशिया कप में शानदार शुरुआत की है।
कर्नाटक, १४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और पाकिस्तान के बीच आगामी एशिया कप २०२५ का हाई-वोल्टेज मैच रविवार को खेला जाना है। कांग्रेस विधायक डॉ. अजय सिंह इस मैच के खिलाफ हैं और इसे सरकार की दोहरी नीति करार दिया है।
कांग्रेस विधायक ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर" के बाद पीएम मोदी ने कहा था कि पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते, लेकिन अब भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबला हो रहा है। यह मैच किसके कहने पर आयोजित किया जा रहा है? क्या यह जय शाह के निर्देश पर हो रहा है? इंडी गठबंधन के सभी दल इसके खिलाफ हैं, जिसमें शिव सेना (यूबीटी) भी शामिल है। शरद पवार भी इस मैच का विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "एक तरफ बीसीसीआई क्रिकेट मुकाबलों के जरिए पैसा कमाएगा और दूसरी तरफ खून बहेगा। सरकार ने बताया था कि 'ऑपरेशन सिंदूर' में कितनी जानें गई हैं। ऐसे में यह मुकाबला नहीं खेला जाना चाहिए। यह सरकार की दोहरी नीति है। यह पूरी तरह से गलत है।"
२२ अप्रैल २०२५ को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में २६ लोगों की जान गई थी। इसके बाद, भारत और पाकिस्तान की टीमें पहली बार क्रिकेट मैदान पर आमने-सामने होंगी।
राजनीतिज्ञों के अलावा, कुछ खिलाड़ी भी इस मुकाबले के खिलाफ हैं, लेकिन एक वर्ग ऐसा भी है जो खेल को राजनीति से अलग रखने की वकालत कर रहा है। कुछ प्रशंसकों का मानना है कि क्रिकेट के जरिए भारत, पाकिस्तान को 'ऑपरेशन सिंदूर' की तर्ज पर एक बार फिर से मुंहतोड़ जवाब दे सकता है।
यदि एशिया कप २०२५ में भारत और पाकिस्तान फाइनल तक पहुंचते हैं, तो दोनों देशों के बीच तीन मैच खेले जाएंगे।
भारत ने इस टूर्नामेंट में शानदार शुरुआत की है। टीम इंडिया ने यूएई के खिलाफ अपना पहला मैच ९ विकेट से जीता। वहीं, पाकिस्तानी टीम अपने पहले मैच में ओमान के खिलाफ ९३ रन से जीत चुकी है। वर्तमान में भारत ग्रुप-ए की प्वाइंट्स टेबल में शीर्ष पर है, जबकि पाकिस्तान दूसरे स्थान पर है।