क्या देश पहले, बिजनेस बाद में है? स्पॉन्सर ने भारत-पाकिस्तान डब्ल्यूसीएल सेमीफाइनल से नाम वापस लिया

सारांश
Key Takeaways
- इजीमायट्रिप ने डब्ल्यूसीएल सेमीफाइनल से नाम वापस लिया है।
- कंपनी ने आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का समर्थन किया है।
- भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों पर यह निर्णय बड़ा असर डाल सकता है।
- खेल और देश की सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखना आवश्यक है।
- डब्ल्यूसीएल में भारत-पाकिस्तान खेल का आयोजन विवादास्पद बना हुआ है।
नई दिल्ली, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (डब्ल्यूसीएल) में इंडिया चैंपियंस और पाकिस्तान चैंपियंस के बीच सेमीफाइनल मैच 31 जुलाई को होने वाला है, लेकिन अब इस मुकाबले पर कई सवाल उठने लगे हैं। टूर्नामेंट के प्रमुख स्पॉन्सर ने घोषणा की है कि वह डब्ल्यूसीएल में भारत-पाकिस्तान मैच से अपने आप को अलग कर रहा है।
इजीमायट्रिप, जो कि 'डब्ल्यूसीएल' के मुख्य स्पॉन्सर में से एक है, ने स्पष्ट किया है कि वह भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले इस सेमीफाइनल मैच का हिस्सा नहीं बनेगा। कंपनी ने अपने सिद्धांत को फिर से दोहराया कि वह पाकिस्तान से जुड़े किसी भी मैच में भाग नहीं लेती।
ट्रैवल-टेक कंपनी के सह-संस्थापक निशांत पिट्टी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "हम टीम इंडिया चैंपियंस की वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में शानदार उपलब्धियों की सराहना करते हैं। आपने देश को गर्वित किया है। किंतु, पाकिस्तान के खिलाफ आगामी सेमीफाइनल एक साधारण मैच नहीं है। आतंकवाद और क्रिकेट को एक साथ नहीं लाया जा सकता। हम भारत के साथ खड़े हैं और ऐसे आयोजनों का समर्थन नहीं कर सकते जो आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश के साथ संबंध सामान्य करने की कोशिश करते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "भारतीय जनता ने अपनी बात कह दी है और हम उनकी सुन रहे हैं। इजीमायट्रिप, डब्ल्यूसीएल में भारत-पाकिस्तान मैच का हिस्सा नहीं बनेगा। कुछ चीजें खेल से बड़ी होती हैं। देश पहले, बिजनेस बाद में।"
इससे पहले, भारतीय खिलाड़ियों और एक प्रमुख टूर्नामेंट स्पॉन्सर के विरोध के चलते, भारत-पाकिस्तान टीमों के बीच लीग चरण का मुकाबला आधिकारिक तौर पर रद्द कर दिया गया था। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए, जिससे दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव बढ़ गया।
इजीमायट्रिप की ओर से जारी बयान में कहा गया, "हालांकि इजीमायट्रिप ने डब्ल्यूसीएल के साथ 5 साल का स्पॉन्सरशिप एग्रीमेंट किया है, लेकिन हमारा रुख हमेशा से स्पष्ट रहा है। हम पाकिस्तान से जुड़े किसी भी डब्ल्यूसीएल मुकाबले में न तो भाग लेंगे और न ही उससे जुड़े रहेंगे। हम गर्व के साथ इंडिया चैंपियंस टीम का समर्थन करते रहेंगे, लेकिन किसी भी ऐसे मैच का समर्थन या प्रचार नहीं करेंगे, जिसमें पाकिस्तान शामिल हो। यह स्थिति डब्ल्यूसीएल टीम को शुरू से ही स्पष्ट रूप से बता दी गई थी। हमेशा देश पहले है।"