क्या धैर्य और निरंतर मेहनत से हर लक्ष्य संभव है? - स्नेह राणा

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क्या धैर्य और निरंतर मेहनत से हर लक्ष्य संभव है? - स्नेह राणा

सारांश

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने विश्व कप जीतकर नई ऊँचाइयों को छुआ है। स्नेह राणा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा है कि धैर्य और मेहनत से हर लक्ष्य संभव है। जानिए उनकी कहानी और प्रेरणा।

Key Takeaways

  • धैर्य और मेहनत से हर लक्ष्य संभव है।
  • महिला क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता।
  • सपनों की ओर बढ़ते रहना चाहिए।
  • समर्थन और प्यार से खिलाड़ी आगे बढ़ते हैं।
  • युवाओं के लिए प्रेरणादायक संदेश।

देहरादून, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 2 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका को हराकर विश्व कप अपने नाम किया। यह भारतीय महिला टीम का पहला विश्व कप है। टीम की खिलाड़ियों का उनके गृह राज्य में शानदार स्वागत हो रहा है। विश्व विजेता टीम की सदस्य स्नेह राणा का उनके गृह नगर देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में स्वागत किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा बनकर खुशी और गर्व की अनुभूति हो रही है।

राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए स्नेह राणा ने कहा, "जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था, उस समय महिलाओं के लिए खेलना बहुत कठिन था। महिला क्रिकेट के बारे में कोई नहीं जानता था। मैचों की संख्या कम थी और टीवी पर मैचों का प्रसारण नहीं होता था। गांवों में स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण थी। शुरुआत में मैं लड़कों के साथ खेलती थी, लेकिन जैसे-जैसे मेरा स्तर बढ़ा, मुझे समर्थन मिलता गया और चीजें आसान हो गईं।"

राणा ने कहा कि जब मैंने खेलना शुरू किया, तब उत्तराखंड में कोई एसोसिएशन नहीं था। मुझे पंजाब की तरफ से खेलना पड़ा। इसके बाद मैं रेलवे की तरफ से खेलने लगी। अभी भी मैं घरेलू क्रिकेट में रेलवे की तरफ से खेलती हूं। लेकिन, जब भी अवसर मिलेगा, मैं अपने राज्य की तरफ से खेलना चाहूंगी। मुझे यहां के लोगों से बहुत प्यार मिला है।

उन्होंने कहा, "विश्व कप जीतने का पल हमारे लिए अविश्वसनीय था। हम अब भी विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि हम विश्व कप जीत गए हैं। वो पल शब्दों में नहीं कहे जा सकते। खिताब का लगभग 50 वर्ष से इंतजार था। हम विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा हैं, यह सोचकर गर्व होता है।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व कप जीतने वाली महिला टीम से मुलाकात की थी। राणा ने कहा कि यह मुलाकात 2 घंटे तक चली। इस दौरान उन्होंने हमें भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया।

राणा ने विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा बनने का श्रेय अपने परिवार, टीम, कोच, सपोर्ट स्टाफ, और दोस्तों को दिया।

युवा लड़कियों के लिए स्नेह राणा ने कहा, "मुझे लगता है कि लड़कियां किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकती हैं। बस मेहनत करते रहिए और अपने सपनों को पूरा करने से कभी पीछे मत हटिए। धैर्य

Point of View

बल्कि यह सभी युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा है। जब हम किसी लक्ष्य को पाने के लिए मेहनत करते हैं, तो सफलता अवश्य मिलती है। यह हमारे देश का गर्व है कि हमारी महिलाएं अब हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं।
NationPress
08/11/2025

Frequently Asked Questions

स्नेह राणा ने क्रिकेट में अपने करियर की शुरुआत कब की?
स्नेह राणा ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत तब की जब महिला क्रिकेट के लिए खेलना बहुत मुश्किल था।
विश्व कप जीतने के बाद स्नेह राणा का क्या कहना है?
स्नेह राणा ने कहा कि विश्व कप जीतने का पल अविश्वसनीय था और उन्हें गर्व महसूस होता है।