दिल्ली में ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ का आयोजन क्यों किया गया?

सारांश
Key Takeaways
- साइकिलिंग सेहत के लिए लाभकारी है।
- इससे पर्यावरण की रक्षा होती है।
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरणा मिलती है।
- युवाओं को सक्रिय रहने के लिए प्रेरित किया जाता है।
- हर रविवार यह कार्यक्रम आयोजित होता है।
नई दिल्ली, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय डाक के सहयोग से रविवार को ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर युवाओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लेते हुए फिट रहने के महत्व को उजागर किया और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने की अपील की। प्रतिभागियों ने साइकिलिंग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने का संदेश देते हुए पर्यावरण संरक्षण और शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास भी किया।
श्रीलंका में 2024 दक्षिण एशियाई बास्केटबॉल अंडर-16 चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता शेखर राठी ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "नई जनरेशन बाइक और गाड़ी का ज्यादा इस्तेमाल कर रही है। इसके बजाय अगर साइकिल का उपयोग किया जाए, तो सेहत भी बनी रहेगी। इससे प्रदूषण भी नहीं होगा। सरकार इसे बढ़ावा देने के लिए काफी सपोर्ट कर रही है।"
कृष्णा सुनेरिया ने कहा, "आजकल की लाइफस्टाइल को देखते हुए साइकिलिंग बेहद जरूरी है। यह फिट बनने के लिए एक शानदार जरिया है। अगर नजदीक में भी दफ्तर होता है, तो लोग गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं, जिससे प्रदूषण होता है। इसके बजाय साइकिल का इस्तेमाल किया जाए।"
अंश तोमर ने कहा, "फिट रहना बेहद जरूरी है। हमें कुछ दूर भी जाना हो, तो गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इसके लिए साइकिल का उपयोग भी किया जा सकता है। साइकिल चलाने से आप फिट भी रहते हैं। यूथ को साइकिलिंग के लिए प्रेरित करना बहुत जरूरी है।"
‘फिट इंडिया साइकिल संडे’ कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2019 में शुरू किए गए ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस अभियान का उद्देश्य लोगों को हर रविवार साइकलिंग, योग और खेलकूद जैसी गतिविधियों के माध्यम से सक्रिय जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है। इसका मकसद न केवल शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देना है, बल्कि समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी फैलाना है।