क्या ईशान किशन ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में इतिहास रच दिया?
सारांश
Key Takeaways
- ईशान किशन ने फाइनल में 101 रन बनाए।
- वह सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट के फाइनल में शतक लगाने वाले पहले कप्तान बने।
- झारखंड ने हरियाणा को 263 रन का लक्ष्य दिया।
पुणे, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय टीम से बाहर चल रहे विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में एक नया अध्याय लिखा है। झारखंड की कप्तानी कर रहे किशन ने हरियाणा के खिलाफ फाइनल मुकाबले में शतक लगाया है। किशन इस टूर्नामेंट के फाइनल में शतक लगाने वाले पहले कप्तान बने हैं।
पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन में चल रहे फाइनल में हरियाणा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। ईशान किशन ने इस फैसले को गलत साबित किया।
झारखंड के लिए पारी की शुरुआत करते हुए किशन ने केवल 45 गेंदों में शतक जड़ दिया। उन्होंने 49 गेंदों में 101 रन बनाए, जिसमें 10 छक्के और 6 चौके शामिल थे।
किशन के अलावा कुमार कुशाग्र ने भी 38 गेंदों में 5 छक्के और 8 चौके लगाते हुए 81 रन की पारी खेली। किशन और कुशाग्र ने दूसरे विकेट के लिए 177 रन की साझेदारी की। अनुकूल रॉय ने 20 गेंदों में 40 और रॉबिन मिंज ने 14 गेंदों में 31 रन बनाकर नाबाद रहे।
झारखंड ने 20 ओवर में 3 विकेट पर 262 रन बनाकर हरियाणा को जीत के लिए 263 रन का बड़ा लक्ष्य दिया है।
हरियाणा की तरफ से अंशुल कंबोज, सुमीत कुमार और समंत देवेंद्र जाखर ने 1-1 विकेट लिया।
ईशान किशन ने इस शतक के साथ एक बार फिर से भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने का दावा पेश किया है। किशन वनडे विश्व कप 2023 तक नियमित रूप से वनडे और टी20 टीम का हिस्सा थे। हालांकि, 2024 की शुरुआत से उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद उनकी वापसी नहीं हो पाई है। सैयद मुश्ताक अली फाइनल में शतक ने कहीं न कहीं चयनकर्ताओं का ध्यान उनकी तरफ खींचा है।