क्या बर्मिंघम टेस्ट में स्मिथ के बाद ब्रूक का शतक इंग्लैंड की जीत का आधार बनेगा?
सारांश
Key Takeaways
- इंग्लैंड की वापसी ने मैच का रुख बदल दिया है।
- ब्रूक और स्मिथ की साझेदारी से टीम को मजबूती मिली है।
- भारतीय गेंदबाजों को चुनौती का सामना करना पड़ा है।
- इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने आक्रामक रवैया अपनाया है।
- शुभमन गिल की कप्तानी पर सवाल उठ रहे हैं।
एजबेस्टन, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। इंग्लैंड ने एजबेस्टन टेस्ट में प्रारंभिक झटकों के बाद शानदार वापसी की है। हैरी ब्रूक और जेमी स्मिथ के शतकों तथा इन दोनों के बीच की 217 रन की साझेदारी के बल पर इंग्लैंड ने तीसरे दिन के दूसरे सेशन के अंत तक पांच विकेट के नुकसान पर 301 रन बना लिए हैं। दूसरे सेशन में इंग्लैंड ने एक भी विकेट नहीं खोया।
इंग्लैंड की टीम ने दिन की शुरुआत 77 रन पर तीन विकेट खोकर की थी। जल्द ही उसे जो रूट और कप्तान बेन स्टोक्स के रूप में दो बड़े झटके लगे। इन दोनों विकेटों को सिराज ने लिया। 84 पर पांच विकेट गंवाने के बाद इंग्लैंड के लिए आगे की राह कठिन लग रही थी। लेकिन यहीं से ब्रूक और स्मिथ ने मोर्चा संभाला और टीम को मैच में वापस लाए।
दोनों बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाया है। तेजी से रन बनाने के साथ ही वे विकेट भी बचाए हुए हैं।
सुबह खेल की शुरुआत में भारतीय गेंदबाज काफी प्रभावी लगे थे। लेकिन, ब्रूक और स्मिथ ने उनकी धार को कुंद कर दिया है। सिराज, आकाश दीप, कृष्णा और जडेजा जैसे गेंदबाज उन पर किसी भी तरह का प्रभाव डालने में सफल नहीं रहे हैं।
नितीश कुमार रेड्डी का कम उपयोग शुभमन गिल की कप्तानी पर सवाल खड़े कर रहा है। उन्हें ऑलराउंडर के रूप में शार्दुल ठाकुर को टीम से बाहर कर मौका दिया गया है। बल्लेबाजी में वह फ्लॉप रहे थे।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शुभमन गिल के 269 रन की मदद से पहली पारी में 587 रन बनाए थे।