क्या इंग्लैंड को एशेज सीरीज में मार्क वुड के बाहर होने का बड़ा नुकसान होगा?
सारांश
Key Takeaways
- मार्क वुड का बाहर होना इंग्लैंड के लिए बड़ा झटका है।
- मैथ्यू फिशर को उनकी जगह शामिल किया गया है।
- वुड का करियर चोटों से प्रभावित रहा है।
- अगर वुड फिट नहीं हुए, तो उनकी वापसी मुश्किल होगी।
- ऑस्ट्रेलिया के जोश हेजलवुड भी बाहर हो गए हैं।
नई दिल्ली, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। एशेज सीरीज में 0-2 से पीछे चल रही इंग्लैंड को एक बड़ा झटका लगा है। तेज गेंदबाज मार्क वुड अब इस एशेज सीरीज का हिस्सा नहीं होंगे। उनकी जगह मैथ्यू फिशर को टीम में शामिल किया गया है।
ईसीबी ने मंगलवार को जानकारी दी, "मार्क वुड चोट के कारण एशेज सीरीज से बाहर हो गए हैं। वह रिहैबिलिटेशन और रिकवरी प्रक्रिया शुरू करने के लिए स्वदेश लौटेंगे। वह ईसीबी की मेडिकल टीम के साथ मिलकर अपनी वापसी की कोशिश करेंगे।"
मार्क वुड ने चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान चोटिल होने के बाद पर्थ में खेले गए एशेज सीरीज के पहले टेस्ट में वापसी की थी। उसी टेस्ट में उन्हें फिर से घुटने में समस्या हुई। उन्होंने केवल 11 ओवर फेंके और इसके बाद ब्रिसबेन में हुए दूसरे टेस्ट से बाहर हो गए। उम्मीद थी कि वह एडिलेड या मेलबर्न में वापसी करेंगे, लेकिन अब उन्हें पूरी सीरीज से बाहर होना पड़ा है।
वुड का करियर कई चोटों से प्रभावित रहा है। उन्होंने कई बार चोट के कारण लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूरी बनाई है। 35 वर्षीय वुड ने स्वीकार किया है कि उनका शरीर पहले जैसा नहीं रहा है। उम्र का असर उन पर दिखाई दे रहा है और 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करना उनके लिए कठिन हो रहा है।
अगर दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मार्क वुड टी20 विश्व कप 2026 तक फिट नहीं हो पाए, तो उनकी वापसी बहुत मुश्किल होगी।
वुड की जगह टीम में शामिल किए गए मैथ्यू फिशर ने इंग्लैंड के लिए अब तक केवल एक टेस्ट खेला है। 28 वर्षीय फिशर ने 2022 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ब्रिजटाउन में अपना एकमात्र टेस्ट खेला था, जिसमें उन्होंने 1 विकेट लिया था।
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड भी एशेज सीरीज से बाहर हो गए हैं।