क्या इंग्लैंड की टीम घबरा गई थी? माइकल वॉन ने बताया उनका गलत रवैया

सारांश
Key Takeaways
- इंग्लैंड की टीम का घबराना और जोखिम उठाना उनकी हार का मुख्य कारण था।
- माइकल वॉन ने इंग्लिश टीम के रवैये की आलोचना की।
- भारत ने शानदार गेंदबाजी से सीरीज 2-2 से बराबर की।
लंदन, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भारत के खिलाफ पांचवे टेस्ट के अंतिम दिन इंग्लिश टीम के रवैया की गंभीर आलोचना की है। सोमवार को 'केनिंग्टन ओवल' में मेज़बान टीम को सिर्फ छह रन के करीबी अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
माइकल वॉन ने सुबह के सत्र में इंग्लैंड के जोखिम भरे रवैये की निंदा की। इंग्लैंड को मुकाबले के अंतिम दिन जीत के लिए केवल 35 रन की आवश्यकता थी, जबकि उनके पास चार विकेट शेष थे। मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा की बेहतरीन गेंदबाजी के कारण भारत ने यह मैच जीतकर सीरीज 2-2 से बराबरी पर समाप्त की।
वॉन ने 'द टेलीग्राफ' में अपने कॉलम में लिखा, "मैं उस टीम (इंग्लैंड) पर बहुत सख्त नहीं होना चाहता, जिसे इस हफ्ते बदकिस्मती का सामना करना पड़ा। उन्होंने अपने सबसे महत्वपूर्ण क्रिकेटर के बिना खेला और पहले दिन एक प्रमुख गेंदबाज को खो दिया। इंग्लैंड ने प्रभावी रूप से 10 खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए छह रन से हार का सामना किया। इसलिए मैं उनकी बहुत आलोचना नहीं करना चाहता।"
उन्होंने कहा, "लेकिन सच यह है कि इंग्लिश टीम घबरा गई थी। जैसे-जैसे वे जीत के करीब पहुंचे, उन्होंने अधिक जोखिम उठाने का प्रयास किया। अंतिम दिन उनका तरीका गलत था। यह अत्यधिक जोखिम भरा था। अगर इसमें 15 ओवर लगते, तो भी कोई बात नहीं थी। आपको पांच ओवर में 35 रन बनाने की आवश्यकता नहीं थी। बस एक स्थिर दिमाग की आवश्यकता थी।"
पूर्व कप्तान ने लिखा, "अगर भारत इस तरह हारता, तो हम कहते कि उन्होंने हार मान ली। अगर दक्षिण अफ्रीका इस तरह हारता, तो हम कहते कि उन्होंने हार मान ली। यह एक बड़ी चूक थी। यह हार इंग्लैंड को सचमुच बहुत नुकसान पहुंचाएगी। जब आप जानते हैं कि आपको मैच जीतना है, तो हार बहुत निराशाजनक होती है।"
बता दें कि इंग्लैंड को जीत के लिए 374 रन का लक्ष्य मिला था, जिसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 367 रन पर सिमट गई। सिराज ने 104 रन देकर 5 विकेट चटकाए, जबकि कृष्णा ने चार विकेट लेकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई। इंग्लैंड को हैरी ब्रुक (111) और जो रूट (105) के शतकों ने सहारा दिया, लेकिन अंत में यह नाकाफी साबित हुआ।