क्या फिडे विश्व कप के सेमीफाइनल टाईब्रेक में जाएंगे दोनों खिलाड़ी?

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क्या फिडे विश्व कप के सेमीफाइनल टाईब्रेक में जाएंगे दोनों खिलाड़ी?

सारांश

फिडे विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल मुकाबलों का परिणाम ड्रॉ में समाप्त हुआ। ग्रैंडमास्टर नोडिरबेक याकूबोव और जावोखिर सिंडारोव के बीच का खेल भी ड्रॉ रहा। जानें क्या होगा अगले चरण में।

Key Takeaways

  • फिडे विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल ड्रॉ में समाप्त हुए।
  • नोडिरबेक याकूबोव और जावोखिर सिंडारोव का खेल भी ड्रॉ रहा।
  • भारत की शतरंज टीम की उम्मीदें समाप्त हो चुकी हैं।
  • प्रतियोगिता में 24 भारतीय खिलाड़ियों ने भाग लिया।
  • आगे के मुकाबलों में टाईब्रेक का सामना करना होगा।

पणजी, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। फिडे विश्व कप 2025 के दोनों सेमीफाइनल अब टाईब्रेक की ओर बढ़ रहे हैं। ग्रैंडमास्टर नोडिरबेक याकूबोव और ग्रैंडमास्टर जावोखिर सिंडारोव ने शनिवार को पणजी में अपने खेल को एक और ड्रॉ के साथ समाप्त किया। इसी प्रकार, ग्रैंडमास्टर आंद्रे एसिपेंको और चीनी ग्रैंडमास्टर वेई यी के बीच मुकाबला भी ड्रॉ रहा।

पहले गेम की तरह, वेई यी एसिपेंको के खिलाफ दबाव में थे, लेकिन इस बार वह काले मोहरों से खेल रहे थे। दबाव में धैर्य के लिए मशहूर चीनी खिलाड़ी ने कुछ सटीक चालों के साथ समय नियंत्रण कर खुद को संकट से बाहर निकाला।

नतीजतन, खेलने के लिए बहुत कम अवसर होने के कारण, एसिपेंको ने जल्दी ही ड्रॉ का प्रस्ताव रखा। हालांकि, वेई ने तुरंत स्वीकार नहीं किया और अपनी क्वीन से बढ़त बनाने की कोशिश की, लेकिन यह स्पष्ट था कि कोई अन्य परिणाम संभव नहीं था। 37 चालों के बाद दोनों ने ड्रॉ पर सहमति जता दी।

दूसरे सेमीफाइनल में, नोडिरबेक और सिंडारोव के बीच दूसरा गेम भी पहले गेम के समान रहा। दोनों खिलाड़ियों ने आवश्यक 30 चालों की सीमा तक सुरक्षित शतरंज खेला और अंततः ड्रॉ पर सहमत हो गए।

शुक्रवार को, वेई यी, जिन्होंने पिछले राउंड में भारत के अर्जुन एरिगैसी को हराया था, और उज्बेकिस्तान के नोडिरबेक याकूबोव ने अपने-अपने विरोधियों के डिफेंस को भेदने में असफल रहे।

नोडिरबेक ने आवश्यक 30 चालों के बाद सिंडारोव के साथ समझौता कर लिया। वेई यी और एंड्री एसिपेंको के पास मौके थे, लेकिन वे उनका लाभ नहीं उठा सके और 33 चालों के बाद अंक बांट लिया।

फिडे विश्व कप में भारत की उम्मीदें समाप्त हो चुकी हैं। प्रतियोगिता की शुरुआत में भारत से 24 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था, लेकिन धीरे-धीरे सभी बाहर हो गए। डी. गुकेश, आर. प्रज्ञानंद और दिव्या देशमुख से बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन तीनों एक-एक कर बाहर हो गए। भारत की ओर से प्रतियोगिता से बाहर होने वाले अंतिम खिलाड़ी अर्जुन एरिगैसी थे।

Point of View

लेकिन यह खेल की प्रकृति है। भारत के खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन प्रतिस्पर्धा में सफल नहीं हो सके। देश की शतरंज प्रतिभाओं को और अधिक अवसरों की आवश्यकता है।
NationPress
28/11/2025

Frequently Asked Questions

फिडे विश्व कप का आयोजन कब होता है?
फिडे विश्व कप हर दो साल में आयोजित होता है।
सेमीफाइनल में कौन-कौन से खिलाड़ी शामिल थे?
सेमीफाइनल में नोडिरबेक याकूबोव, जावोखिर सिंडारोव, आंद्रे एसिपेंको और वेई यी शामिल थे।
भारत के कौन से खिलाड़ी प्रतियोगिता में शामिल थे?
भारत से 24 खिलाड़ी प्रतियोगिता में शामिल हुए थे, जिनमें डी. गुकेश, आर. प्रज्ञानंद, और दिव्या देशमुख प्रमुख थे।
क्या फिडे विश्व कप में ड्रॉ का कोई महत्व है?
जी हाँ, ड्रॉ का मतलब होता है कि दोनों खिलाड़ियों ने बराबरी से खेला है, और इससे टाईब्रेक की आवश्यकता होती है।
भारत की शतरंज स्थिति क्या है?
भारत के खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन प्रतियोगिता में कोई भी फाइनल में जगह नहीं बना सका।
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