क्या गौतम गंभीर टेस्ट फॉर्मेट के कोच बने रहेंगे? बीसीसीआई की रिपोर्ट में क्या है सच्चाई?
सारांश
Key Takeaways
- गौतम गंभीर को टेस्ट फॉर्मेट के कोच के रूप में आधारहीन खबरों का सामना करना पड़ा है।
- बीसीसीआई ने पुष्टि की है कि गंभीर अपने पद पर बने रहेंगे।
- गंभीर का कोचिंग रिकॉर्ड मिश्रित रहा है।
- उनका कॉन्ट्रैक्ट 2027 तक है।
नई दिल्ली, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में 3-0 से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद टीम इंडिया को घरेलू टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीका ने 2-0 से हराया। एक वर्ष में दो बार टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम का क्लीन स्वीप होना, बेहद हैरान करने वाला था। भारतीय टीम की हार के बाद गौतम गंभीर की कोचिंग पर सवाल उठे हैं और उन्हें टेस्ट फॉर्मेट की कोचिंग से हटाए जाने की बात चलने लगी है। बीसीसीआई ने हालांकि इन खबरों को आधारहीन बताया है।
पिछले कुछ दिनों से चर्चा चल रही थी कि बीसीसीआई गौतम गंभीर को टेस्ट फॉर्मेट की कोचिंग से हटाना चाहती है और इसके लिए बोर्ड ने भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज और मौजूदा समय में बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण से अनौपचारिक रूप से बातचीत भी की है। इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि लक्ष्मण ने बोर्ड के टेस्ट कोचिंग के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया है और वह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के प्रमुख के रूप में खुश हैं।
एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई ने टेस्ट फॉर्मेट की कोचिंग से गौतम गंभीर को हटाने और जिम्मेदारी को वीवीएस लक्ष्मण को सौंपने की खबरों को आधारहीन बताया है। बोर्ड के मुताबिक गंभीर वनडे और टी20 की तरह टेस्ट फॉर्मेट के हेड कोच भी बने रहेंगे।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि गंभीर का कॉन्ट्रैक्ट 2027 वनडे विश्व कप तक है, लेकिन यदि भारत आगामी टी20 विश्व कप में उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता है तो इस पर दोबारा विचार किया जा सकता है।
गौतम गंभीर का वनडे और टी20 में कोच के रूप में अच्छा रिकॉर्ड रहा है। वनडे फॉर्मेट में टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी और टी20 में एशिया कप जीती है, लेकिन टेस्ट में खासकर भारत की धरती पर, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ क्लीन स्वीप उनकी कोचिंग पर सवाल है। गंभीर की कोचिंग में भारत ने 19 टेस्ट में से 10 में हार का सामना किया है। 7 में जीत मिली है, जबकि 2 मैच ड्रा रहे हैं।