क्या श्रीलंका के कोच जयसूर्या ने बताया कमी और जताया टीम की क्षमता पर भरोसा?

सारांश
Key Takeaways
- श्रीलंका ने अंतिम ओवर में जीत का मौका गंवाया।
- पाथुम निसांका ने शतक बनाया लेकिन टीम हार गई।
- कोच जयसूर्या ने टीम की क्षमता पर भरोसा जताया।
- आगे की रणनीतियों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- टीम को परिस्थितियों के अनुसार ढलना होगा।
दुबई, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। श्रीलंका के मुख्य कोच सनथ जयसूर्या ने भारत के खिलाफ जीत का मौका गंवाने पर निराशा व्यक्त की। यह मैच एशिया कप के सुपर फोर चरण में दुबई में शुक्रवार को खेला गया।
पल्लेकेले में पिछले साल जैसी ही गलती इस बार भी सामने आई, जिसमें शतकवीर पाथुम निसांका के उत्कृष्ट प्रदर्शन के बावजूद श्रीलंका सुपर ओवर में हार गया।
निसांका की शानदार शतकीय पारी के बावजूद श्रीलंका सुपर ओवर में हार गया। जयसूर्या ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम चाहते थे कि मैच सामान्य समय में खत्म हो, सुपर ओवर तक जाना किसी कप्तान या कोच की प्राथमिकता नहीं होती। अंतिम रन पूरा न कर पाने के कारण मैच बराबरी पर छूटा और सुपर ओवर खेलना पड़ा। भारत के खिलाफ हमारे ऊपर कोई मानसिक बाधा नहीं है। हमारी बल्लेबाजी लाइन-अप मजबूत है, और हमने खुद में आत्मविश्वास भरा है। 200 (203) जैसे लक्ष्य का पीछा करना कभी आसान नहीं होता, लेकिन हम लगभग सफल हो गए, जो हमारी क्षमता को दर्शाता है।"
आखिरी ओवर में श्रीलंका को 12 रन चाहिए थे और निसांका 107 पर खेल रहे थे। लेकिन पहली गेंद पर उनका विकेट गिर गया। अंतिम गेंद पर दासुन शनाका ने दूसरा रन पूरा किया, लेकिन तीसरा रन लेने की कोशिश नहीं की और स्कोर बराबर हो गया। सुपर ओवर में टीम फिर लड़खड़ा गई।
निसांका ने 58 गेंदों पर 107 रन बनाए और कुसल परेरा (32 गेंदों पर 58) के साथ 127 रनों की साझेदारी की। जयसूर्या ने कहा कि निसांका पूरे दम से खेले। उन्होंने परेरा की भी सराहना की कि वे टीम के सबसे अच्छे स्पिन खेलने वाले बल्लेबाज हैं और उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाई।
श्रीलंका सुपर फोर में एक भी मैच नहीं जीत सका। पहले बांग्लादेश और फिर पाकिस्तान से भी हार मिली। कोच ने कहा कि टीम परिस्थितियों के अनुसार जल्दी ढल नहीं सकी। उन्होंने स्वीकार किया कि बांग्लादेश के खिलाफ 168 का स्कोर बचाया जा सकता था, लेकिन गेंदबाजी कमजोर रही। पाकिस्तान के खिलाफ भी पिच का सही आकलन समय पर नहीं किया गया।
इसके बावजूद, जयसूर्या ने टीम पर विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि भारत ने बहुत अच्छा खेला और 200 से ज्यादा रन बनाए, लेकिन श्रीलंका भी उस लक्ष्य के करीब पहुंचा। अगर टीम सही योजना के साथ परिस्थितियों के अनुसार खेले, तो आगे बहुत अच्छा कर सकती है।
उन्होंने कहा, "मैं काफी संतुष्ट हूं, हालांकि फाइनल में न पहुंच पाने की निराशा भी है। हमारे पास बल्लेबाजी और गेंदबाजी का अच्छा स्तर है। आवश्यक बात यह है कि हम परिस्थितियों और विरोधियों के अनुसार अपनी योजनाओं को लागू करें। अगर हम लगातार ऐसा करते रहे, तो यह टीम बहुत आगे तक जा सकती है।"