क्या अरोनियन ने फ्रीस्टाइल शतरंज ग्रैंड स्लैम खिताब जीता, प्रज्ञानानंद सातवें स्थान पर?

सारांश
Key Takeaways
- लेवोन अरोनियन ने फ्रीस्टाइल चेस ग्रैंड स्लैम खिताब जीता।
- प्रज्ञानानंद ने सातवां स्थान प्राप्त किया।
- मैग्नस कार्लसन तीसरे स्थान पर रहे।
- अर्जुन एरिगैसी ने पांचवां स्थान हासिल किया।
- फ्रीस्टाइल शतरंज का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
लास वेगास, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लेवोन अरोनियन ने फ्रीस्टाइल शतरंज ग्रैंड स्लैम के फाइनल में हांस नीमन को 1.5-0.5 से पराजित करके खिताब अपने नाम किया।
42 वर्षीय अरोनियन ने पिछले सप्ताह मैग्नस कार्लसन और हिकारू नाकामुरा को मात देकर अपनी स्थिति मजबूत की थी। लास वेगास के विन होटल में फाइनल की पहली बाजी ड्रॉ रही, लेकिन दूसरी बाजी में शानदार जीत हासिल कर उन्होंने खिताब और 2 लाख अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि जीती।
दुनिया के नंबर 1 मैग्नस कार्लसन ने हिकारू नाकामुरा को 1.5-0.5 से हराकर तीसरा स्थान प्राप्त किया, जिसके लिए उन्हें 1,60,000 अमेरिकी डॉलर की इनामी राशि मिली।
भारतीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी ने फाबियानो कारुआना को 2-0 से हराकर पांचवां स्थान प्राप्त किया, वहीं प्रज्ञानानंद रमेशबाबू ने वेसली सो को 1.5-0.5 से हराकर सातवां स्थान हासिल किया।
लेवोन अरोनियन ने खिताब जीतने के बाद कहा, "यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी जीत में से एक है। मैं इस अवसर के लिए बेहद खुश और आभारी हूं।"
हांस नीमन अपने करियर की सबसे बड़ी जीत के करीब थे, लेकिन उन्हें उपविजेता रहते हुए 1,40,000 अमेरिकी डॉलर के साथ संतोष करना पड़ा।
वर्ल्ड नंबर 1 कार्लसन ने हिकारू नाकामुरा को 1.5-0.5 से हराकर तीसरा स्थान पाया। पहले गेम में बराबरी के बाद, कार्लसन ने दूसरे गेम में दबाव बनाया और बढ़त को भुनाते हुए तीसरा स्थान हासिल किया।
फ्रीस्टाइल शतरंज की रिपोर्ट के अनुसार, लास वेगास में खिताबी मुकाबले से चूकने के बावजूद, इस परिणाम के साथ कार्लसन ग्रैंड स्लैम टूर की ओवरऑल स्टैंडिंग में शीर्ष पर बने हुए हैं।
फाबियानो कारुआना पिछले दिन की तुलना में अधिक उत्साह से भरे नजर आए। उन्होंने भारत के अर्जुन एरिगैसी को दो बार हराया और टूर्नामेंट में पांचवां स्थान प्राप्त किया।
प्रज्ञानानंद ने वेसली सो के खिलाफ दो गेम की जीत से टूर्नामेंट में सातवां स्थान हासिल किया। उनकी निर्णायक जीत दूसरी बाजी में आई।
हालांकि प्रज्ञानानंद ने साल की शुरुआत में तीन टूर्नामेंट जीतकर शानदार खेल दिखाया, लेकिन इस टूर्नामेंट में अपनी फाइनल पोजिशन (सातवां स्थान) से वह पूरी तरह संतुष्ट नहीं थे।