क्या ओल्ड ट्रैफर्ड में टीम इंडिया बनाएगी नया इतिहास?

सारांश
Key Takeaways
- भारत ने ओल्ड ट्रैफर्ड में कभी जीत नहीं पाई।
- शुभमन गिल की कप्तानी में नई उम्मीदें हैं।
- इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज 2-1 से आगे है।
- टीम इंडिया को अगले मैचों में जीत की जरूरत है।
नई दिल्ली, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला होने जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि टीम इंडिया ने 89 वर्षों में यहां कभी जीत का स्वाद नहीं चखा है। इस बार मेहमान टीम इतिहास बनाने के लिए पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरेगी।
भारत ने 1936 से लेकर अब तक ओल्ड ट्रैफर्ड में कुल नौ टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें चार में हार का सामना करना पड़ा है। वहीं, पांच मैच ड्रॉ रहे हैं।
ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत का पहला टेस्ट मैच जुलाई 1936 में खेला गया था, जो ड्रॉ पर समाप्त हुआ। इसके बाद जुलाई 1946 में दोनों टीमों के बीच का मैच भी ड्रॉ रहा।
जुलाई 1952 में इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ पारी और 207 रन से एक बड़ी जीत हासिल की। इसके बाद जुलाई 1959 में भारत को 171 रन से हार झेलनी पड़ी।
भारत ने यहां अगस्त 1971 में पांचवां टेस्ट खेला, जो ड्रॉ रहा। इसके बाद जून 1974 में टीम इंडिया को 113 रन से हार का सामना करना पड़ा।
जून 1982 और अगस्त 1990 में खेले गए टेस्ट मैच भी ड्रॉ रहे, जबकि अगस्त 2014 में भारत को पारी और 54 रन से हार मिली।
टीम इंडिया लगभग 12 साल बाद ओल्ड ट्रैफर्ड में टेस्ट मैच खेलने जा रही है। इस बार टीम की कमान युवा कप्तान शुभमन गिल के हाथों में है, जिन्होंने बर्मिंघम में पहली बार टेस्ट जीतने का कारनामा किया है। ऐसे में देश को 25
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले को पांच विकेट से गंवाया, लेकिन दूसरे टेस्ट में 336 रन से जीतकर सीरीज में बराबरी कर ली।
टीम इंडिया के पास लॉर्ड्स टेस्ट को जीतकर सीरीज में बढ़त हासिल करने का एक सुनहरा मौका था, लेकिन रोमांचक मुकाबले में उसे 22 रन से हार का सामना करना पड़ा।
वर्तमान में पांच मैचों की सीरीज में इंग्लैंड 2-1 से आगे है। टीम इंडिया को सीरीज जीतने के लिए बचे हुए दोनों मुकाबले जीतने की जरूरत है।