क्या विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी भारत की पैरा-खेल क्रांति में मील का पत्थर बनेगी?

सारांश
Key Takeaways
- भारत में पैरा खेलों की तेजी से वृद्धि हो रही है।
- 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन एक ऐतिहासिक क्षण है।
- इस चैंपियनशिप में 2200 से अधिक एथलीट भाग लेंगे।
- पॉल फिट्जगेराल्ड की मान्यता से चैंपियनशिप की महत्ता बढ़ती है।
- यह आयोजन भारतीय पैरा एथलीटों के लिए नए अवसर पैदा करेगा।
नई दिल्ली, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व पैरा एथलेटिक्स (डब्ल्यूपीए) के प्रमुख पॉल फिट्जगेराल्ड का मानना है कि 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप की नई दिल्ली में मेजबानी देश के पैरा-खेल के प्रति उत्साह को और बढ़ावा देगी और यह देश की पैरा-खेल क्रांति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
भारत 27 सितंबर से 5 अक्टूबर तक नई दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में अपने सबसे बड़े पैरा-खेल आयोजन, नई दिल्ली 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेज़बानी करेगा।
यह आयोजन पैरा एथलेटिक्स के प्रति बढ़ते समर्थन और दर्शकों की संख्या को बढ़ाने में भारत की यात्रा का एक ऐतिहासिक क्षण है। 104 देशों के 2200 से अधिक एथलीट और सहयोगी कर्मचारी, 186 पदक स्पर्धाओं में भाग लेंगे। यह भारत में अब तक का सबसे बड़ा पैरा खेल आयोजन है।
फिट्जगेराल्ड का मानना है कि यह चैंपियनशिप भारतीय दर्शकों को आकर्षित करेगी, जिससे वे देखने और भाग लेने के लिए प्रेरित होंगे और पैरा खेलों, विशेष रूप से एथलेटिक्स के प्रति देश में जुनून को और बढ़ाएगी।
उन्होंने कहा, "वैश्विक पैरा खेलों में मौजूदा गति के बीच, इस आयोजन की मेज़बानी के लिए भारत का चयन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। भारत ने पिछले एक दशक में पैरा खेलों को पोषित किया है, न केवल प्रदर्शन में, बल्कि एथलीटों के समर्थन और समावेशिता में भी उल्लेखनीय प्रगति की है। यह भारत को इस स्तर की चैंपियनशिप के लिए आदर्श मेज़बान बनाता है।"
उन्होंने आगे कहा, "पैरा एथलेटिक्स का विकास उल्लेखनीय है, जो पिछले वर्षों में भारत की उपलब्धियों को दर्शाता है।"
इससे पहले, नई दिल्ली 2025 के लोगो और शुभंकर 'विराज' के लॉन्च के अवसर पर, फिट्जगेराल्ड ने कहा, "यह अब तक की सबसे आकर्षक और समावेशी विश्व चैंपियनशिप बनकर उभरेगी।"
चैंपियनशिप से जुड़ी उम्मीदों पर उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य देश भर में पैरा खेलों के प्रति उत्साह को बढ़ाना है। इस तरह के बड़े आयोजन से दर्शकों की संख्या में वृद्धि हो सकती है और यह पैरा एथलेटिक्स को और अधिक सुलभ और लोकप्रिय बनाने में मदद करेगा।"
उन्होंने कहा, "यह प्रतिष्ठित चैंपियनशिप न केवल वैश्विक खेल मानचित्र पर भारत की स्थिति को ऊंचा करेगी, बल्कि देश के भीतर पैरालंपिक आंदोलन को भी गति देगी।"
2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप से पहले, भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) ने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम का नवीनीकरण किया है ताकि पैरा एथलीटों के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
इन उन्नयनों में पैरा-फ्रेंडली जिम, सुगम्यता-केंद्रित नवीनीकरण और विशेष रूप से पैरा एथलीटों के लिए डिज़ाइन किए गए लॉन्ग जंप पिट शामिल हैं।
फिट्जगेराल्ड ने कहा, "प्रमुख खेल आयोजनों की मेज़बानी बुनियादी ढाँचे के लिए एक परीक्षा है।"
भारत में, पैरा-स्पोर्ट्स की लोकप्रियता और प्रदर्शन दोनों में वृद्धि देखी गई है। टोक्यो 2020 पैरालंपिक में भारत ने 19 पदकों के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
नई दिल्ली 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप एक ऐतिहासिक आयोजन है, जो पहली बार भारत इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेज़बानी कर रहा है।
इस चैंपियनशिप को घर-घर तक पहुंचाने के लिए, पीसीआई ने प्रसार भारती के साथ हाथ मिलाया है, जिसे 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आधिकारिक प्रसारण भागीदार घोषित किया गया है।
यह चैंपियनशिप भारतीय खेलों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण साबित होगी, जो देश के पैरा-एथलीटों के कौशल, दृढ़ संकल्प और अदम्य साहस का जश्न मनाएगी।