क्या इयान बॉथम इंग्लिश क्रिकेट के महानतम ऑलराउंडर्स में से एक हैं?
सारांश
Key Takeaways
- इयान बॉथम इंग्लिश क्रिकेट के गोल्डन पीरियड के एक प्रमुख खिलाड़ी हैं।
- उन्होंने 383 टेस्ट विकेट और 5200 रन बनाए हैं।
- बॉथम ने 1981 में एशेज में शानदार प्रदर्शन किया।
- उनकी फिटनेस और प्रतिभा ने उन्हें एक पूर्ण एथलीट बनाया।
- बॉथम ने चैरिटी में भी महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
नई दिल्ली, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। क्रिकेट के इतिहास में हर दशक की अपनी अनोखी दास्तान होती है। 80 का दशक को महान ऑलराउंडर्स के गोल्डन पीरियड के रूप में याद किया जाता है। उस समय भारत के पास थे कपिल देव, पाकिस्तान के पास इमरान खान, न्यूजीलैंड के पास रिचर्ड हेडली और इंग्लैंड के लिए इयान बॉथम।
24 नवंबर 1955 को जन्मे इयान बॉथम ने इंग्लैंड को एक ऐसी ऑलराउंडर विरासत दी है, जो आज भी बेन स्टोक्स के रूप में इंग्लिश क्रिकेट में जीवित है। बॉथम दाएं हाथ के बल्लेबाज, तेज गेंदबाज और स्लिप में एक कुशल फील्डर थे। वह समय दिलेर हरफनमौला खिलाड़ियों का था।
बॉथम के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखते ही न तो पिच से राहत मिलती थी, न गेंदबाजों की रफ्तार से और न ही बल्लेबाजों के सिर पर हेलमेट दिखते थे। उस समय में बॉथम की विशुद्ध प्रतिभा ने इंग्लिश क्रिकेट को एक नई पहचान दी।
बॉथम का रंगीन और दिलेर व्यक्तित्व, क्रिकेट के सभी कौशल में दक्षता और खेलने का अनथक जुनून, मानो खेल की परिधि को पुनर्निधारित कर रहा था। वह दुनिया के सबसे तेजी से 100 विकेट और 1000 रनों का डबल पूरा करने वाले खिलाड़ियों में से एक थे। उनके 383 टेस्ट विकेटों का रिकॉर्ड भी लंबे समय तक नहीं टूट पाया।
बॉथम ने बल्ले से भी 102 टेस्ट मैचों में 5200 रन बनाए थे, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट लगभग 61 था, जो कि काफी तेज माना जाता था। उनकी छाप इंग्लैंड क्रिकेट पर इतनी गहरी थी कि 1981 में एशेज ट्रॉफी का नाम भी बॉथम एशेज पड़ा। उस सीरीज में बॉथम ने 93 के स्ट्राइक रेट से बैटिंग की थी जबकि एलन बॉर्डर का स्ट्राइक रेट 37 था।
गेंदबाजी में भी बॉथम ने 34 विकेट लिए थे और उनका औसत उन गेंदबाजों में सबसे बेहतर था जिन्होंने सीरीज में 25 से ज्यादा विकेट लिए। यह किसी भी सीरीज में किसी भी ऑलराउंडर का सर्वोच्च प्रदर्शन था। इंग्लैंड ने वह सीरीज 3-1 से जीती थी।
इंग्लिश क्रिकेट के प्रमुख हरफनमौला खिलाड़ियों पर नजर डालें तो सभी का एक अंदाज था और हर स्टाइल का बेंचमार्क इयान बॉथम के रूप में स्थापित हुआ। एंड्रयू फ्लिंटॉफ और बेन स्टोक्स की तुलना अक्सर बॉथम से की जाती है। इन सभी खिलाड़ियों की छवि लार्जर दैन लाइफ रही है।
बॉथम ने जब डेनिस लिली के रिकॉर्ड को तोड़ा, तब तक वे फिटनेस से जूझते हुए अपने करियर के अंतिम चरण में पहुंच चुके थे। हालांकि, उन्होंने प्रोलिफिक ऑलराउंडर के रूप में अपने करियर का अंत किया। वे एक पूर्ण एथलीट थे और फुटबॉल में भी उनकी प्रतिभा कम नहीं थी।
बॉथम चैरिटी में भी सक्रिय रहे और केवल एक क्रिकेटर नहीं, बल्कि इंग्लैंड की एक प्रमुख स्पोर्ट्स फिगर बन गए। 2007 में उन्हें नाइटहुड की उपाधि दी गई और वे सर इयान बॉथम बन गए। क्रिकेट के मैदान में नाम कमाने के बाद उन्होंने बतौर कमेंटेटर भी छाप छोड़ी।