क्या पोखरा में 6-10 अक्टूबर के बीच इंडो-नेपाल यूथ गेम्स चैंपियनशिप हो रही है?

सारांश
Key Takeaways
- खेलों के माध्यम से दोस्ती को बढ़ावा देना
- युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा का अवसर
- दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करना
- खेलों की विविधता का समावेश
- अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करना
नई दिल्ली, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और नेपाल के बीच खेलों के माध्यम से मित्रता और सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से इंडो-नेपाल यूथ गेम्स चैंपियनशिप-2025 का आयोजन किया जा रहा है। यह चैंपियनशिप नेपाल के पोखरा स्टेडियम में होगी। 6 से 10 अक्टूबर तक आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में दोनों देशों के युवा खिलाड़ी विभिन्न खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
इस आयोजन का संचालन भारत के युवा खेल एवं शिक्षा महासंघ द्वारा किया जा रहा है, जिसे भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय और फिट इंडिया मूवमेंट द्वारा मान्यता प्राप्त है। इसके साथ ही, इसे नीति आयोग, भारत सरकार से भी स्वीकृति मिली है।
इंडो-नेपाल यूथ गेम्स चैंपियनशिप-2025 में लड़के और लड़कियां विभिन्न खेलों में भाग लेंगे, जिनमें रेसलिंग, कराटे, जूडो, बॉक्सिंग, किक बॉक्सिंग, पावर लिफ्टिंग, वेट लिफ्टिंग, योग, कबड्डी, एथलेटिक्स, वॉलीबॉल, फुटबॉल, शतरंज, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, स्नूकर, थ्रोबॉल, बास्केटबॉल, आर्चरी, एयर हॉकी, बॉलिंग एली, कैरम, खो-खो, बिलियर्ड्स, स्केटिंग और ताइक्वांडो शामिल हैं।
पांच दिवसीय यह आयोजन खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए उत्साह और जोश से भरा रहेगा।
इससे पहले, 13 से 17 सितंबर के बीच यूथ गेम्स इंटरनेशनल चैंपियनशिप-2025 का आयोजन होगा। यह प्रतियोगिता 2025 तक पोखरा स्टेडियम, कास्की में आयोजित की जाएगी।
यूथ गेम्स इंटरनेशनल चैंपियनशिप-2025 में इनडोर और आउटडोर दोनों प्रकार के खेल शामिल हैं। इनमें कबड्डी, क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, एथलेटिक्स, कुश्ती, जूडो, बॉक्सिंग, किक बॉक्सिंग, कराटे, ताइक्वांडो, योग, स्केटिंग, आर्चरी, खो-खो, फ्लोरबॉल, सिलमबम, हैंडबॉल, शतरंज, वेटलिफ्टिंग और पावरलिफ्टिंग जैसे खेल प्रमुख हैं।
यह चैंपियनशिप वर्ल्ड यूथ गेम्स फेडरेशन (डब्ल्यूवाईजीएफ) से संबद्ध है। इसे मिनिस्ट्री ऑफ यूथ अफेयर्स एंड स्पोर्ट्स (एमवाईएएस), एमएसएमई और फिट इंडिया मूवमेंट का सहयोग प्राप्त है।
आयोजन को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी), विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), यूनेस्को और इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ स्पोर्ट्स साइंस एंड फिजिकल एजुकेशन (आईसीएसएसपीई) की मान्यता प्राप्त है।
यह प्रतियोगिता न केवल खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा का अवसर प्रदान करेगी, बल्कि भारत-नेपाल संबंधों को भी और मजबूत करेगी।