क्या जेम्स एंडरसन टेस्ट क्रिकेट के शिखर तक पहुंचने वाले स्विंग गेंदबाज हैं?

सारांश
Key Takeaways
- जेम्स एंडरसन का टेस्ट क्रिकेट में एक अद्वितीय करियर रहा है।
- उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए हैं, जिनमें सबसे अधिक विकेट शामिल हैं।
- उनकी जोड़ी स्टुअर्ट ब्रॉड के साथ टेस्ट क्रिकेट की सबसे सफल जोड़ी में से एक है।
- एंडरसन ने घरेलू और विदेशी दोनों परिस्थितियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
- उनकी फिटनेस और मानसिक दृढ़ता ने उन्हें लंबे समय तक खेल में बनाए रखा।
नई दिल्ली, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। इंग्लैंड के महान तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने अपने करीब दो दशकों के लंबे करियर में अनेक सफलताएँ प्राप्त की हैं। इस खिलाड़ी ने हमेशा टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता दी। एंडरसन ने अपने देश के लिए तीनों फॉर्मेट में खेला, लेकिन उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को अपना मुख्य लक्ष्य मानते हुए इंग्लैंड क्रिकेट टीम को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
6 फुट 2 इंच लंबे इस दाएं हाथ के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन स्विंग गेंदबाजी के विशेषज्ञ रहे हैं, जिन्होंने कई दिग्गज बल्लेबाजों को अपनी कला से चौंका दिया।
30 जुलाई 1982 को लंकाशायर में जन्मे जेम्स एंडरसन ने मई 2003 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा। उस समय वह केवल 20-21 वर्ष के थे। अपने पहले साल में उन्होंने 8 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 34.84 की औसत से 26 विकेट लिए। हालांकि, 2004, 2005 और 2006 में उन्हें केवल सात टेस्ट खेलने को मिले।
2007/08 तक जेम्स एंडरसन इंग्लैंड की टेस्ट टीम का एक नियमित सदस्य बन चुके थे, और इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। यह वह समय था जब T20 क्रिकेट तेजी से लोकप्रिय हो रहा था। इसी दौरान इंग्लैंड की टीम को एक और तेज गेंदबाज मिला, जिसका नाम था- स्टुअर्ट ब्रॉड।
ब्रॉड ने 2007 में टेस्ट करियर की शुरुआत की, लेकिन मार्च 2008 में पहली बार जेम्स एंडरसन के साथ उनकी जोड़ी को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए देखा गया। इस मैच में, दोनों ने मिलकर 10 विकेट अपने नाम किए।
इसके बाद से ब्रॉड, एंडरसन के साथी बन गए। इस तेज गेंदबाजों की जोड़ी ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया है। एंडरसन और ब्रॉड ने मिलकर 138 टेस्ट खेले, जिसमें 1,039 विकेट लिए।
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में केवल दो जोड़ी हैं, जिन्होंने एक साथ मिलकर 1,000 से अधिक टेस्ट विकेट लिए हैं। इस सूची में शेन वॉर्न और ग्लेन मैक्ग्राथ की जोड़ी दूसरे स्थान पर है, जिन्होंने 104 टेस्ट मैचों में 1,001 विकेट लिए।
एंडरसन और ब्रॉड की जोड़ी की बदौलत इंग्लैंड की टीम 2010 के दशक में घरेलू मैदान पर लगभग अजेय बन गई थी। इंग्लिश टीम ने 2011 में भारत के खिलाफ घरेलू मैदान पर सीरीज जीती, जब भारत टेस्ट में नंबर-1 था।
साल 2010 जेम्स एंडरसन के लिए विशेष रहा, जिसमें उन्होंने 12 टेस्ट खेलकर 57 विकेट लिए। इसके अलावा, उन्होंने 2013 और 2017 में भी 50 से अधिक विकेट अपने नाम किए।
2013 और 2015 में इंग्लैंड ने अपनी सरजमीं पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीती, जबकि 2016 में दक्षिण अफ्रीका को हराया। यह वही टीम थी, जिसने 2008 और 2012 में इंग्लैंड को मात दी थी।
जेम्स एंडरसन विश्व में सबसे अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं, जिनके नाम 704 विकेट हैं, और उनके जोड़ीदार स्टुअर्ट ब्रॉड ने 604 विकेट के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
एंडरसन ने टेस्ट क्रिकेट में घरेलू परिस्थितियों का भरपूर लाभ उठाया। उन्होंने इंग्लैंड में 106 मैच खेले, जिनमें 24.41 की औसत से 438 विकेट लिए।
एशियाई सरजमीं पर भी उनका प्रदर्शन अद्भुत रहा। उन्होंने एशिया में 32 टेस्ट खेले, जिसमें 27.51 की औसत से 92 विकेट लिए।
जेम्स एंडरसन ने भारत में 17 टेस्ट खेले, जिसमें 44 विकेट लिए। 2012 में, भारत के खिलाफ उसी की धरती पर, एंडरसन ने 30.25 की औसत से 12 विकेट लेकर इंग्लैंड की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हालाँकि जेम्स एंडरसन ने नासिर हुसैन के नेतृत्व में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की, लेकिन उन्होंने एलिस्टर कुक के नेतृत्व में 49 टेस्ट खेलते हुए 191 विकेट हासिल किए।
जेम्स एंडरसन के टेस्ट करियर पर नजर डालें, तो उन्होंने 188 मुकाबलों में 26.45 की औसत से 704 विकेट लिए। इस दौरान उन्होंने 32 बार पारी में पांच या उससे अधिक विकेट भी लिए। वह सर्वाधिक टेस्ट खेलने वाले तेज गेंदबाज भी हैं।
जेम्स एंडरसन के वनडे करियर की बात करें, तो उन्होंने 194 मुकाबलों में 29.22 की औसत से 269 विकेट लिए हैं। इसके अलावा, उन्होंने 19 टी20 मैचों में 18 विकेट भी अपने नाम किए।
302 फर्स्ट क्लास मैचों में 1,139 विकेट लेने वाले एंडरसन ने 261 लिस्ट-ए मुकाबलों में 358 विकेट लिए।
जेम्स एंडरसन ने जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा, तब उनकी उम्र 41 वर्ष थी। यह उनकी फिटनेस और मानसिक दृढ़ता को दर्शाता है।