क्या वडाला के रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत पात्र लोगों को मिलना चाहिए मकान?

सारांश
Key Takeaways
- वडाला के रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत 15,000 परिवारों को घर देने की मांग।
- आदित्य ठाकरे ने मुख्यमंत्री से तत्काल कार्रवाई की अपील की।
- आतंकवाद के मुद्दे पर सरकार से ठोस नीति की आवश्यकता।
- मंत्रियों की जवाबदेही और सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए गए।
- यह प्रोजेक्ट कई परिवारों के भविष्य से जुड़ा है।
मुंबई, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने वर्ली, एनएम जोशी मार्ग और वडाला के रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के संदर्भ में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से कड़े सवाल पूछे हैं। उन्होंने यह मांग की है कि इन परियोजनाओं के अंतर्गत 15,000 परिवारों को शीघ्र ही घर उपलब्ध कराए जाएं।
आदित्य ठाकरे ने कहा, "हमारी सरकार के समय आरंभ हुए प्रोजेक्ट्स में दो विंग तैयार हो चुके हैं। पहले चरण के 556 परिवारों को गणेश उत्सव से पहले चाबियां दी जानी चाहिए, ताकि वे अपने नए घर में त्योहार मनाने का आनंद ले सकें।"
उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि इन परिवारों को तत्काल घर उपलब्ध कराए जाएं। ठाकरे ने जोर देकर कहा कि यह प्रोजेक्ट उनकी सरकार की उपलब्धि है और इसे शीघ्र पूरा करना सरकार की जिम्मेदारी है।
आदित्य ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस पर प्रतिक्रिया मांगी और कहा कि जनता को सच्चाई जानने का अधिकार है। वर्ली जैसे रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा करना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह हजारों परिवारों के भविष्य से भी संबंधित है।
आतंकवाद के मुद्दे पर भी आदित्य ठाकरे ने केंद्र सरकार को घेरा। ऑपरेशन सिंदूर और महादेव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "हमें अपनी सेना पर गर्व है, जो आतंकवादियों को मार गिराती है, लेकिन यह जानना भी आवश्यक है कि ये आतंकवादी कहां से आए और कैसे गए? सरकार को आतंकवाद के खिलाफ एक ठोस नीति बनानी चाहिए।"
इसके अलावा, आदित्य ठाकरे ने कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के इस्तीफे पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, "कोकाटे अकेले नहीं हैं, कई मंत्रियों पर सवाल उठ रहे हैं। एक राज्यमंत्री का डांस बार से संबंध और सरकार की चुप्पी क्या दर्शाती है? क्या यही हिंदुत्व की सरकार है?"