क्या 1983 में भारत को विश्व चैंपियन बनाने वाला 'अनसंग हीरो' यशपाल शर्मा है?

सारांश
Key Takeaways
- यशपाल शर्मा का जन्म 11 अगस्त 1954 को हुआ।
- उन्होंने 1978 में वनडे और 1979 में टेस्ट में डेब्यू किया।
- 1983 विश्व कप में उन्होंने 240 रन बनाए।
- वे कभी शून्य पर आउट नहीं हुए।
- उनका निधन 2021 में हुआ।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम ने 1983 में अपना पहला विश्व कप जीता था। भारत ने उस समय की सबसे मजबूत वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम को हराकर क्रिकेट की यह महा प्रतियोगिता जीती थी।
भारत की उस टीम में ऐसे क्रिकेटर भी शामिल थे, जो दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों से नहीं, बल्कि छोटे शहरों से आए थे। छोटे शहरों से आने वाले क्रिकेटरों में एक प्रमुख नाम यशपाल शर्मा का था।
यशपाल शर्मा का जन्म 11 अगस्त 1954 को लुधियाना, पंजाब में हुआ। उन्हें बचपन से ही क्रिकेट का बेहद शौक था। वह एक उत्कृष्ट बल्लेबाज थे। घरेलू क्रिकेट में उनका प्रदर्शन अद्भुत था।
यशपाल ने अपने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू से जुड़ा एक मजेदार किस्सा साझा किया था। उन्होंने बताया कि जब वह पंजाब की तरफ से रणजी मैच खेल रहे थे, तब प्रसिद्ध अभिनेता दिलीप कुमार उन्हें देखने आए थे। अभिनेता को यशपाल की बल्लेबाजी इतनी पसंद आई कि उन्होंने बीसीसीआई के अधिकारियों से उनका जिक्र किया। यशपाल ने कहा कि इस घटना ने उनके अंतरराष्ट्रीय डेब्यू में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
24 साल की उम्र में यशपाल ने 1978 में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया, और 1979 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में पदार्पण किया।
1979 से 1985 के बीच यशपाल ने 37 टेस्ट और 42 वनडे खेले। टेस्ट में 2 शतक और 9 अर्धशतक के साथ उन्होंने 1,606 रन बनाए, जबकि वनडे में 4 अर्धशतक के साथ उनके पास 883 रन थे।
भारत को 1983 का विश्व कप जिताने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। वह टीम के दूसरे सर्वश्रेष्ठ स्कोरर थे, जिन्होंने 8 मैचों में 240 रन बनाए। उनके वनडे करियर में 4 अर्धशतक में से 2 1983 विश्व कप में आए। सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 61 रन की शानदार पारी खेली। इसके अलावा, वेस्टइंडीज के खिलाफ लीग मैच में उन्होंने 89 रन की पारी खेली, जो उनके वनडे फॉर्मेट में सर्वाधिक स्कोर रहा। शर्मा अपने वनडे करियर में कभी भी शून्य पर आउट नहीं हुए।
संन्यास के बाद, वह कोच, चयनकर्ता और कमेंटेटर के रूप में सक्रिय रहे। 13 जुलाई 2021 को उनका नई दिल्ली में निधन हो गया।