क्या झारखंड के कप्तान ईशान किशन ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीतने के बाद कुछ खास कहा?
सारांश
Key Takeaways
- ईशान किशन ने फाइनल में शानदार प्रदर्शन किया।
- झारखंड ने पहली बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीती।
- टीम का उत्साह और समर्थन महत्वपूर्ण रहा।
- ईशान किशन की वापसी की संभावना बनी हुई है।
- उम्मीद और मेहनत का संदेश दिया गया।
रांची, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ईशान किशन के नेतृत्व में झारखंड ने गुरुवार को पुणे में हुए फाइनल मुकाबले में हरियाणा को हराकर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है। यह झारखंड की पहली सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीत है, जिससे राज्य के क्रिकेट प्रेमियों में जबरदस्त खुशी का माहौल है। फैंस ने झारखंड को चैंपियन बनाने वाले कप्तान ईशान किशन का राजधानी रांची लौटने पर भव्य स्वागत किया।
इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए ईशान किशन ने कहा, "हमारी टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया। बहुत मजा आया। जल्द ही और भी मैच होंगे और हम जीतते रहेंगे। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीतकर हम बेहद खुश हैं।"
गुरुवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए झारखंड ने 262 रन बनाए। कप्तान ईशान किशन ने 49 गेंदों में 101 रन की शानदार पारी खेली। हरियाणा की टीम 193 रन पर आउट हो गई और 69 रन से मैच हार गई। ईशान किशन को प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब मिला।
पूरे टूर्नामेंट में कप्तान और बल्लेबाज के रूप में ईशान किशन का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा। उन्होंने 10 मैचों में 10 पारियों में 2 शतक और 2 अर्धशतक197.32 की स्ट्राइक रेट से 517 रन बनाए। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 113 रन रहा।
एक कप्तान और बल्लेबाज के रूप में उनके प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद ईशान किशन को भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद है। हालांकि, उन्होंने निरंतर प्रदर्शन को अपनी प्राथमिकता माना है।
ईशान ने फाइनल मैच के बाद कहा था कि मुझे अच्छा प्रदर्शन करने की ख़ुशी थी, लेकिन जब मेरा चयन भारतीय टीम में नहीं हुआ तो मुझे बहुत दुःख हुआ। मैंने सोचा कि मुझे और मेहनत करनी होगी। मुझे अपनी टीम को जीत दिलानी होगी। निराशा पीछे ले जाएगी, इसलिए हमेशा मेहनत करते रहना चाहिए और खुद पर भरोसा बनाए रखना चाहिए। मेरा काम सिर्फ अच्छा प्रदर्शन करना है।
बाएं हाथ का यह विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज 2024 की शुरुआत से ही भारतीय टीम से बाहर चल रहा है।