क्या जोरावर संधू ने एथेंस विश्व चैंपियनशिप में पुरुषों की ट्रैप स्पर्धा का कांस्य पदक जीता?

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क्या जोरावर संधू ने एथेंस विश्व चैंपियनशिप में पुरुषों की ट्रैप स्पर्धा का कांस्य पदक जीता?

सारांश

जोरावर संधू ने 48 वर्ष की आयु में एथेंस में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया। यह उनकी सीनियर विश्व प्रतियोगिता में 27 साल बाद प्राप्त सफलता है। उनकी मेहनत और समर्पण ने भारतीय निशानेबाजी को एक नया आयाम दिया है।

Key Takeaways

  • जोरावर संधू ने 48 वर्ष की आयु में कांस्य पदक जीता।
  • यह उनका 27 साल बाद पहला सीनियर विश्व खिताब है।
  • उन्होंने कठिन परिस्थितियों का सामना किया।
  • भारतीय निशानेबाजी के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है।
  • जोरावर का अनुभव और समर्पण प्रेरणादायक है।

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जोरावर सिंह संधू ने 48 वर्ष की आयु में अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व चैंपियनशिप शॉटगन 2025 में पुरुषों की ट्रैप स्पर्धा का कांस्य पदक जीता। संधू ने यह खिताब अपने पहले सीनियर विश्व खिताब जीतने के 27 साल बाद हासिल किया।

शुक्रवार को ग्रीस के एथेंस में स्थित मलाकासा शूटिंग रेंज में निशानेबाजी के दौरान भारतीय निशानेबाज ने बारिश, छायाओं और सबसे कठिन बिब नंबर को पार करते हुए 50 शॉट के फाइनल में पहले 40 में से 31 निशाने साधे। वह पूर्व ओलंपिक चैंपियन और वर्तमान विश्व चैंपियन क्रोएशिया के जोसिप ग्लासनोविक (जिन्होंने 44 हिट के साथ स्वर्ण पदक जीता) और जूनियर विश्व चैंपियन स्पेन के एंड्रेस गार्सिया (जिन्होंने 39 का स्कोर के साथ रजत पदक जीता) से पीछे रहे।

प्रतियोगिता के बाद, जोरावर संधू ने कहा, "यह एक अद्भुत अनुभव था। शूटिंग के लिए यह एक कठिन रेंज और कठिन परिस्थितियां थीं, लेकिन इसी वजह से हम यहां हैं। मैं अपने परिवार, अपने कोचों और टीम के साथियों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।"

भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष, कलिकेश नारायण सिंह देव ने परिणाम आने के बाद कहा, "यह भारतीय निशानेबाजी के लिए एक और ऐतिहासिक क्षण है, जिसमें जोरावर ने हमें ट्रैप में केवल दूसरा व्यक्तिगत विश्व चैंपियनशिप पदक जीतने में मदद की। यह हमारी निशानेबाजी टीम के आत्मविश्वास के स्तर को दर्शाता है कि हर अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन के साथ, नई बाधाओं को पार किया जा रहा है। जोरावर को उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण के लिए पूरे अंक, और पीटर विल्सन और पूरे कोचिंग स्टाफ को भी, जिन्होंने आने के बाद से, हमारी ट्रैप टीम को बेहतर से बेहतर बनाने में मदद की है।"

Point of View

बल्कि यह भारतीय निशानेबाजी के लिए भी एक प्रेरणा बनी है। उनकी मेहनत और समर्पण ने साबित कर दिया है कि उम्र सिर्फ एक संख्या है। देश को गर्वित करने वाले इस पल को हम सभी को सराहना चाहिए।
NationPress
17/10/2025

Frequently Asked Questions

जोरावर संधू ने कब कांस्य पदक जीता?
जोरावर संधू ने 17 अक्टूबर 2023 को एथेंस में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
यह संधू का किस तरह का पहला पदक है?
यह संधू का सीनियर विश्व प्रतियोगिता में पहला पदक है, जिसे उन्होंने 27 साल बाद जीता।
क्या उन्होंने अन्य प्रतियोगियों को पीछे छोड़ा?
हां, उन्होंने कई प्रतिभाशाली निशानेबाजों को पीछे छोड़ते हुए कांस्य पदक जीता।
इस उपलब्धि पर भारतीय राइफल संघ का क्या कहना है?
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के अध्यक्ष ने इसे भारतीय निशानेबाजी के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बताया।
जोरावर संधू ने किस प्रकार की परिस्थितियों में शूटिंग की?
जोरावर ने बारिश और कठिन स्थितियों के बीच शूटिंग की।