क्या बल्लेबाजों को बड़ी पारी खेलनी होगी अगर टेस्ट मैच जीतना है?: ज्वाला सिंह

Click to start listening
क्या बल्लेबाजों को बड़ी पारी खेलनी होगी अगर टेस्ट मैच जीतना है?: ज्वाला सिंह

सारांश

ज्वाला सिंह ने मैनचेस्टर टेस्ट में भारत के प्रदर्शन पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि टेस्ट जीतने के लिए बल्लेबाजों को लंबी पारियां खेलनी होंगी। क्या भारतीय टीम अपनी समस्याओं का समाधान कर पाएगी?

Key Takeaways

  • लंबी पारियां
  • सामूहिक प्रयास
  • मध्य क्रम का योगदान
  • खेल के प्रति मानसिकता
  • इंग्लैंड को रोकना

नई दिल्ली, 25 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टेस्ट टीम के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के पूर्व कोच ज्वाला सिंह ने मैनचेस्टर टेस्ट और एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में भारत के प्रदर्शन पर कुछ महत्वपूर्ण विचार साझा किए हैं। उनका मानना है कि भारतीय टीम की सफलता के लिए दो-तीन बल्लेबाजों को लंबी पारी खेलनी होगी ताकि टीम मजबूत स्कोर बना सके। इसके साथ ही, उन्होंने मध्य और निचले क्रम के बल्लेबाजों से ज्यादा योगदान की अपेक्षा जताई है, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में समग्र टीम प्रयास आवश्यक होता है।

ज्वाला सिंह ने एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 में भारतीय शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों साई सुदर्शन, ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल के योगदान की सराहना की है। उन्होंने इन खिलाड़ियों की तकनीक और आक्रामकता की प्रशंसा की, लेकिन यह भी कहा कि टेस्ट मैच जीतने के लिए एक लंबी, मैच को परिभाषित करने वाली पारी की कमी खल रही है।

सिंह ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "अगर आप सलामी बल्लेबाजों पर नज़र डालें, तो साई सुदर्शन ने कुछ रन बनाए और ऋषभ पंत ने चोट के बावजूद योगदान दिया। यशस्वी ने रन बनाए और कुछ अन्य बल्लेबाजों ने छोटी लेकिन उपयोगी पारियां खेलीं। अगर आपको टेस्ट मैच जीतना है, तो एक या दो खिलाड़ियों को बड़ी लंबी पारियां खेलनी होंगी।"

उन्होंने आगे कहा, "पहले टेस्ट मैच में जो गलतियाँ हुईं, वे तीसरे टेस्ट में भी दोहराई गईं। हमें मध्य और निचले क्रम से और अधिक योगदान की जरूरत थी। हमने दूसरा टेस्ट मुख्य रूप से शुभमन गिल के बड़े स्कोर की बदौलत जीता। उनकी पारी ने उस जीत में अहम भूमिका निभाई। बल्लेबाजों को यहां भी जिम्मेदारी लेने की आवश्यकता थी, लेकिन दुर्भाग्यवश उन्होंने ऐसा नहीं किया।"

भारत फिलहाल पाँच मैचों की श्रृंखला में 1-2 से पीछे चल रहा है और ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथे टेस्ट की पहली पारी में 358 रनों पर ऑलआउट हुआ। जवाब में, बेन डकेट (94) और जैक क्रॉली (84) के अर्धशतकों की बदौलत इंग्लैंड ने 46 ओवर में 2 विकेट पर 225 रन बना लिए। इंग्लैंड भारत से महज 133 रन ही पीछे है।

मौजूदा टेस्ट के दूसरे दिन की चर्चा करते हुए, सिंह ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों के दबदबे और भारतीय टीम के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "हमने कुछ रन बनाए, लेकिन कुल स्कोर उतना बड़ा नहीं था जितना होना चाहिए था। इसके विपरीत, इंग्लैंड ने एकदिवसीय क्रिकेट के अनुकूल मानसिकता के साथ आक्रामक खेल दिखाया। उन्होंने तेजी से रन बनाए और बिना कोई विकेट खोए 150 रन तक पहुंच गए।"

उन्होंने कहा, "दूसरे और तीसरे टेस्ट में, हमने देखा कि चौथी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम संघर्ष कर रही थी। इसलिए अगर हमारे बल्लेबाज तीसरी पारी में अच्छा प्रदर्शन कर सकें और फिर हमारे गेंदबाज भी दमदार प्रदर्शन कर सकें, तो हमारे पास अभी भी मौका है।"

ज्वाला सिंह ने शुभमन गिल और भारतीय टीम से मैनचेस्टर टेस्ट में सामूहिक प्रयास पर जोर दिया है ताकि मैच का रुख भारत की ओर मोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि टेस्ट जीतने के लिए पूरी टीम को कड़ी मेहनत करनी होगी और हर खिलाड़ी को अपना योगदान देना होगा।

सिंह ने विशेष रूप से इस बात पर ध्यान दिया कि इंग्लैंड को बड़ी बढ़त लेने से रोकना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भारत की जीत की संभावनाओं को मजबूत करेगा।

Point of View

मेरा मानना है कि भारतीय क्रिकेट टीम को अपने प्रदर्शन में सुधार लाने की आवश्यकता है। ज्वाला सिंह के सुझावों को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि यह टीम की भविष्य की सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगा।
NationPress
09/09/2025

Frequently Asked Questions

ज्वाला सिंह ने भारतीय टीम के लिए क्या सुझाव दिए?
ज्वाला सिंह ने कहा कि भारत को टेस्ट मैच जीतने के लिए बल्लेबाजों को लंबी पारियां खेलनी होगी और मध्य क्रम के बल्लेबाजों को भी योगदान देना होगा।
भारत का वर्तमान टेस्ट श्रृंखला में क्या स्थिति है?
भारत फिलहाल पांच मैचों की श्रृंखला में 1-2 से पीछे चल रहा है।
कौन से भारतीय बल्लेबाजों की ज्वाला सिंह ने प्रशंसा की?
ज्वाला सिंह ने साई सुदर्शन, ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल की प्रशंसा की।