क्या भारत के लिए दोबारा टेस्ट क्रिकेट खेलना करुण नायर की प्रेरणा है?

सारांश
Key Takeaways
- करुण नायर की भारत के लिए वापसी एक प्रेरणादायक कहानी है।
- नायर ने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दोहरा शतक बनाया।
- उनकी तड़प और मेहनत युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
- बीसीसीआई का समर्थन उनके लिए महत्वपूर्ण है।
- नायर का अनुभव टीम में एक सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
लीड्स, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय टीम में वापसी कर चुके करुण नायर इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए उत्सुक हैं।
आठ साल के बाद भारतीय टेस्ट टीम में लौटते हुए, नायर ने खुलासा किया कि अपने देश के लिए एक बार फिर खेलने की तड़प ने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
बीसीसीआई द्वारा साझा किए गए वीडियो में नायर ने कहा, "जब मैं उठा तो मेरा पहला ख्याल था कि मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलना है, मुझे फिर से भारत के लिए खेलना है। शायद यही चीज़ मुझे आगे बढ़ाती रही। यह हर दिन प्रशिक्षण के लिए जाने और हर दिन अभ्यास करने के लिए प्रेरित करती रही। उस विश्वास को कभी न खोना और उस लक्ष्य को प्राप्त करना मेरे लिए महत्वपूर्ण था। इस जर्सी को पहनकर और अपने देश का प्रतिनिधित्व करने पर मुझे गर्व है।"
उन्होंने कहा कि जब मैंने पहली बार सभी को देखा, तब मुझे वास्तव में महसूस हुआ कि मैं आखिरकार टीम में हूं। तब तक यह मेरे लिए एक तरह की प्रतीक्षा थी। मैं हमेशा टीवी पर सबको देखता था। अब इस ड्रेसिंग रूम में वापस आना अद्भुत है। यह अवसर पाकर मैं आभारी हूं। जीवन एक चक्र में आ गया है, क्योंकि मैं इंग्लैंड में टीम से बाहर हो गया था और अब मैं इंग्लैंड में टीम में लौट रहा हूं।
आपको बता दें कि 33 वर्षीय करुण नायर पहले से ही फॉर्म में हैं और उन्होंने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो अनौपचारिक टेस्ट मैचों में भारत 'ए' के लिए बेहतरीन बल्लेबाजी की थी। उन्होंने कैंटरबरी में पहले मैच में दोहरा शतक लगाया था।