क्या कुलदीप रहस्यमयी स्पिनर हैं जिन्हें पहचानना मुश्किल है? - रयान टेन डोएशेट

सारांश
Key Takeaways
- कुलदीप यादव ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अहम भूमिका निभाई।
- उन्होंने 248 रन पर समेटने में मदद की।
- रयान टेन डोएशेट ने कुलदीप को 'रहस्यमयी स्पिनर' कहा।
- कुलदीप ने 27 टेस्ट पारियों में 5 बार 5 विकेट लिए हैं।
- उनका प्रदर्शन भविष्य के विदेशी दौरे में महत्वपूर्ण हो सकता है।
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम ने नई दिल्ली के अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन वेस्टइंडीज को पहली पारी में 248 रन पर समेट दिया। बाएं हाथ के करिश्माई स्पिनर कुलदीप यादव की इसमें अहम भूमिका रही। टीम के सहायक कोच रयान टेन डोएशेट ने कुलदीप की तारीफ करते हुए उन्हें रहस्यमयी स्पिनर करार दिया।
डोएशेट ने कहा, "कुलदीप एक रहस्यमयी स्पिनर हैं। उन्हें पहचानना आसान नहीं है। फिंगर स्पिनरों की तुलना में वह ज्यादा खतरनाक हैं। कुलदीप की प्रभावशीलता विपक्षी बल्लेबाजों के बीच उनकी अनभिज्ञता और सफलता को परिभाषित करने वाले छोटे अंतर से उपजी है। आप देख सकते हैं कि उन्होंने पहली पारी में कैसे विकेट लिए।"
उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में कुलदीप का प्रदर्शन भविष्य में विदेशी दौरों पर उनके चयन पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित कर सकता है, लेकिन मुझे लगता है कि उसने जो दिखाया है, वह आपको सोचने पर मजबूर करता है। वह एक बेहतरीन खिलाड़ी रहा है और सफेद गेंद से भी उसका प्रदर्शन शानदार रहा है।
टेस्ट क्रिकेट में लगातार अच्छे प्रदर्शन के बाद भी कुलदीप यादव लगातार प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह बरकरार रखने में सफल नहीं रहे हैं। कुलदीप को खासकर विदेशी दौरों पर मौका नहीं मिलता है। इसका ताजा उदाहरण इंग्लैंड के खिलाफ संपन्न 5 टेस्ट मैचों की सीरीज है।
दिल्ली टेस्ट में वेस्टइंडीज को पहली पारी में 248 पर समेटने में कुलदीप ने बड़ी भूमिका निभाई। कुलदीप ने 26.5 ओवर में 82 रन देकर 5 विकेट लिए।
कुलदीप के इस स्पेल ने उनका नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज करा दिया है। 27 टेस्ट पारियों में पांचवीं बार पांच विकेट लेने के साथ, कुलदीप अब टेस्ट इतिहास में किसी बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर द्वारा सबसे ज्यादा पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड बना चुके हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के पॉल एडम्स को पीछे छोड़ा।