क्या अंशुल कंबोज अपने टेस्ट डेब्यू पर बेहतरीन प्रदर्शन कर पाएंगे?

सारांश
Key Takeaways
- अंशुल कंबोज का डेब्यू भारतीय क्रिकेट के लिए एक नया अध्याय है।
- कंबोज ने रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया है।
- चोटिल खिलाड़ियों के कारण उन्हें मौका मिला।
- उनकी उम्र और अनुभव उन्हें एक उज्ज्वल भविष्य का संकेत देते हैं।
- कंबोज ने गृह नगर में अच्छा अभ्यास किया था।
मैनचेस्टर, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत और इंग्लैंड के बीच जारी टेस्ट मैच में मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में दाएं हाथ के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की है। उन्हें चोटिल आकाश दीप की जगह टीम में शामिल किया गया है। डेब्यू के अवसर पर अंशुल बेहद उत्साहित हैं।
पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दीप दासगुप्ता ने अंशुल कंबोज को टेस्ट कैप प्रदान की।
24 वर्षीय कंबोज ने कहा, "यह एक अवास्तविक एहसास है। मैं इसे शब्दों में नहीं कह सकता। मैं बस जितना हो सके, उतना बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा।"
कंबोज अपने गृहनगर करनाल में ड्यूक्स गेंद से अभ्यास कर रहे थे, इस उम्मीद में कि इंग्लैंड में किसी गेंदबाज के चोटिल होने पर उन्हें मौका मिल सकता है। ऐसा ही हुआ। मैनचेस्टर टेस्ट से पहले अर्शदीप सिंह चोटिल हो गए और कंबोज को उनकी जगह मौका मिला। कंबोज टेस्ट में डेब्यू करने वाले भारत के 318वें खिलाड़ी बन गए।
अंशुल कंबोज ने पिछले रणजी ट्रॉफी सीजन में शानदार गेंदबाजी की थी, जब उन्होंने केरल के खिलाफ एक पारी में सभी 10 विकेट लिए थे। यह एक असाधारण उपलब्धि है।
इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद कंबोज के करियर का ग्राफ लगातार ऊंचा होता गया है। अब तक उन्होंने 24 प्रथम श्रेणी मैचों में 79 विकेट लिए हैं।
भारत-इंग्लैंड टेस्ट श्रृंखला से पहले, भारतीय ए टीम इंग्लैंड दौरे पर थी, जहां उसे दो चार दिवसीय मैच खेलने थे। कंबोज ए टीम का हिस्सा थे। नॉर्थम्प्टन में चार दिवसीय मैच में उन्होंने दोनों पारियों में दो-दो विकेट लिए और दूसरी पारी में 51 रन बनाकर नाबाद रहे। इस प्रकार उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से धैर्य और नियंत्रण प्रदर्शित किया।