क्या केंद्र सरकार खेलों के विकास के लिए संकल्पित है? खेलो भारत कॉन्क्लेव में मनसुख मांडविया

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क्या केंद्र सरकार खेलों के विकास के लिए संकल्पित है? खेलो भारत कॉन्क्लेव में मनसुख मांडविया

सारांश

क्या केंद्र सरकार खेलों को संजीवनी देने में जुटी है? मनसुख मांडविया ने खेलो भारत कॉन्क्लेव में अपने विचार साझा किए हैं। जानें, कैसे खेलों का विकास देश की युवा पीढ़ी को प्रभावित करेगा।

Key Takeaways

  • खेलो भारत कॉन्क्लेव में मनसुख मांडविया का संबोधन महत्वपूर्ण है।
  • मोदी सरकार का खेलों के प्रति संकल्प स्पष्ट है।
  • जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं की खोज का महत्व।
  • खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत कई आयोजन।
  • खेलों के विकास से युवा पीढ़ी को लाभ।

नई दिल्ली, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत सरकार के युवा और खेल मामलों के मंत्री मनसुख मांडविया ने गुरुवार को नई दिल्ली में 'खेलो भारत कॉन्क्लेव' को संबोधित किया। अपने संबोधन में मांडविया ने कहा कि मोदी सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए संकल्पित है।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "नई दिल्ली में 'खेलो भारत कॉन्क्लेव 2025' को संबोधित किया, जहां राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ), एथलीट, कोच, कॉर्पोरेट और सरकार भारतीय खेलों के भविष्य को आकार देने के लिए एक साथ आए।"

मांडविया ने आगे लिखा, "मोदी सरकार ने हमेशा खेल विकास को बढ़ावा देते हुए खिलाड़ियों के कल्याण को प्राथमिकता दी है। साहसिक प्रशासनिक सुधारों से लेकर पदक जीतने की रूपरेखा तक, जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं की खोज से लेकर कॉर्पोरेट साझेदारी तक, भारत को एक वैश्विक खेल महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का हमारा दृष्टिकोण स्पष्ट है।"

'खेलो इंडिया' केंद्र सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य एथलेटिक टूर्नामेंटों और बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं की खोज करना और देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जनवरी 2018 को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अखाड़े में 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स' के पहले संस्करण का उद्घाटन किया था। खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत तीन प्रकार के आयोजन शुरू किए गए हैं। खेलो इंडिया स्कूल गेम्स, खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स और खेलो इंडिया शीतकालीन गेम्स।

खेलो इंडिया स्कूल गेम्स को अब खेलो इंडिया यूथ गेम्स के नाम से जाना जाता है। इसके अंतर्गत 22 खेल और पांच स्वदेशी खेल शामिल किए गए हैं। हर साल 1,000 बच्चों का चयन छात्रवृत्ति कार्यक्रम के लिए किया जाता है और उन्हें पदक विजेता बनने और जमीनी स्तर पर खेलों के विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि खेलों का विकास केवल एक राजनीतिक एजेंडा नहीं है, बल्कि यह हमारे युवाओं के भविष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मोदी सरकार की पहल से भारत को एक खेल महाशक्ति बनाने का सपना साकार हो सकता है। यह सोचने का समय है कि कैसे हम इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
NationPress
17/07/2025

Frequently Asked Questions

खेलो भारत कॉन्क्लेव क्या है?
खेलो भारत कॉन्क्लेव एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें खेलों के विकास पर चर्चा की जाती है और विभिन्न हितधारक एक साथ आते हैं।
खेलो इंडिया कार्यक्रम का उद्देश्य क्या है?
खेलो इंडिया कार्यक्रम का उद्देश्य जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं की खोज करना और देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देना है।
कब खेलो इंडिया यूथ गेम्स का उद्घाटन हुआ था?
खेलो इंडिया यूथ गेम्स का उद्घाटन 21 जनवरी 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था।