क्या गुवाहाटी टेस्ट में ऋषभ पंत एमएस धोनी की बराबरी कर पाएंगे?
सारांश
Key Takeaways
- ऋषभ पंत पहली बार टेस्ट में कप्तान बने हैं।
- गिल की चोट ने पंत को ये अवसर प्रदान किया।
- पंत का टेस्ट करियर बहुत ही प्रभावशाली रहा है।
- गुवाहाटी टेस्ट में भारतीय टीम की रणनीति महत्वपूर्ण होगी।
नई दिल्ली, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच गुवाहाटी में शनिवार से सीरीज का दूसरा टेस्ट शुरू होने जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय कप्तान शुभमन गिल इस टेस्ट में भाग नहीं ले पाएंगे। उनकी अनुपस्थिति में ऋषभ पंत टीम की कप्तानी करेंगे।
ईएसपीएनक्रिकइंफो की खबर के मुताबिक, शुभमन गिल भारतीय टीम के साथ गुवाहाटी पहुंचे हैं, लेकिन गर्दन की चोट के कारण वह पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हैं। गिल ने गुरुवार को अभ्यास सत्र में भी भाग नहीं लिया। इसलिए, उनके टेस्ट में नहीं खेलने की संभावना काफी अधिक है।
गिल की गैरहाज़िरी में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत कप्तान के रूप में दिख सकते हैं। पंत उपकप्तान हैं, इसलिए उनकी कप्तानी की उम्मीदें प्रबल हैं। गिल की जगह प्लेइंग इलेवन में साई सुदर्शन या देवदत्त पड्डिकल को शामिल किया जा सकता है।
ऋषभ पंत पहली बार भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी करेंगे। वह एमएस धोनी के बाद टेस्ट फॉर्मेट में भारतीय टीम का नेतृत्व करने वाले दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। रोहित शर्मा के बाद पंत को भारतीय टीम का कप्तान माना जा रहा था, लेकिन चोट के कारण वह लंबे समय तक क्रिकेट से बाहर रहे और इस दौरान शुभमन गिल ने अच्छी फॉर्म में प्रदर्शन किया।
पंत ने पहले 5 टी20 मैचों में भारत की कप्तानी की है। टीम ने 2 मैचों में जीत हासिल की है, जबकि 2 में हार का सामना करना पड़ा है। 1 मैच का कोई नतीजा नहीं निकला।
ऋषभ पंत टेस्ट फॉर्मेट में भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। वह तेज़ी से रन बनाते हैं और मैच के परिणाम को भारत के पक्ष में मोड़ते रहे हैं। पंत ने 48 टेस्ट मैचों की 84 पारियों में 8 शतक और 18 अर्धशतक के साथ 3,456 रन बनाए हैं।