क्या उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लक्ष्य सेन को ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर 500 जीतने पर बधाई दी?
सारांश
Key Takeaways
- लक्ष्य सेन की मेहनत और समर्पण ने उन्हें खिताब दिलाया।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें बधाई दी।
- यह जीत युवाओं के लिए प्रेरणा है।
- लक्ष्य सेन ने पहले गेम में 21-15 से और दूसरे गेम में 21-11 से जीत हासिल की।
- इससे पहले उन्होंने आयुष शेट्टी और चाउ टिएन चेन को हराकर फाइनल में जगह बनाई।
देहरादून, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर 500 का खिताब जीतकर देश को गर्वित करने वाले युवा बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन को बधाई दी है।
मुख्यमंत्री ने फोन पर लक्ष्य सेन को खिताब जीतने की बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा, "लक्ष्य सेन की यह उत्कृष्ट उपलब्धि उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण देश के लिए गर्व का विषय है। लक्ष्य की मेहनत, समर्पण और निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन हमारे सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है और यह साबित करता है कि लगन, अनुशासन और कड़ी मेहनत के साथ हर कठिन लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।"
मुख्यमंत्री ने लक्ष्य सेन के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि वे आगे भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश और देवभूमि उत्तराखंड का नाम इसी तरह रोशन करते रहेंगे।
लक्ष्य सेन ने रविवार को 38 मिनट तक चले ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर 500 एकल के फाइनल में जापान के युशी तनाका को 21-15, 21-11 से हराकर खिताब जीता। लक्ष्य का यह तीसरा सुपर 500 टाइटल है।
पहले गेम में लक्ष्य सेन शुरुआत से ही हावी नजर आए। सेन ने 8-4 से बढ़त हासिल की थी। इसके बाद तनाका के लिए वापसी करना मुश्किल हो गया। भारतीय शटलर ने फुर्ती का परिचय देकर इस सेट को 21-15 से अपने नाम करते हुए खिताब की ओर अपने कदम बढ़ा दिए।
सेन दूसरे गेम में भी हावी नजर आए। उन्होंने अपने बेहतरीन शॉट्स के साथ बढ़त बनाए रखी। इस दौरान कई बार अपनी सर्विस गंवाई, लेकिन अंततः शानदार वापसी करते हुए इसे 21-11 से अपने नाम किया।
लक्ष्य सेन ने हमवतन आयुष शेट्टी और ताइवान के चाउ टिएन चेन को शिकस्त देकर फाइनल में जगह बनाई थी। सेन ने सेमीफाइनल में चाउ टिएन चेन को 17-21, 24-22, 21-16 से हराया था। इससे पहले उन्होंने आयुष शेट्टी के खिलाफ 23-21, 21-11 से जीत दर्ज की थी। आयुष शेट्टी को मात देने के बाद सेन इस टूर्नामेंट में भारत की इकलौती उम्मीद थे। खिताब जीतकर वे देश की उम्मीदों पर खरे उतरे।