क्या इंग्लैंड का डिफेंसिव मोड भारत को जीतने का मौका देगा?

सारांश
Key Takeaways
- इंग्लैंड की डिफेंसिव बल्लेबाजी
- जो रूट और ओली पोप की साझेदारी
- भारतीय गेंदबाजों की चुनौतियाँ
- लॉर्ड्स की पिच की स्थिति
- कप्तान गिल की रणनीति
लॉर्ड्स, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत के खिलाफ लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लेने वाली इंग्लैंड की टीम वर्तमान में डिफेंसिव मोड में दिखाई दे रही है। दूसरे सत्र की समाप्ति पर इंग्लैंड का स्कोर दो विकेट खोकर 153 रन था। जो रूट 54 और ओली पोप 44 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे हैं।
इंग्लैंड ने दूसरे सत्र की शुरुआत दो विकेट के नुकसान पर 83 रन से की थी। जो रूट और ओली पोप ने इस सत्र में कोई विकेट नहीं गिरने दिया। हालांकि, बैजबॉल के लिए प्रसिद्ध इंग्लैंड ने अपेक्षाकृत धीमी गति से रन बनाए। दूसरे सत्र में इंग्लैंड ने 24 ओवर में 70 रन बनाए। अच्छी बात यह रही कि टीम ने एक भी विकेट नहीं खोया है। रूट और पोप के बीच 109 रन की मजबूत साझेदारी बन चुकी है।
इंग्लैंड ने पहले सत्र में दो विकेट के नुकसान पर 83 रन बनाए थे। बेन डकेट 23 और जैक क्रॉले 18 रन बनाकर आउट हुए। दोनों को नितीश कुमार रेड्डी ने अपने पहले ही ओवर में आउट किया था।
लॉर्ड्स टेस्ट की शुरुआत से पहले कहा जा रहा था कि पिच गेंदबाजों को सहायता प्रदान करेगी। लेकिन, पहले दिन के दो सत्रों के समाप्त होने के बाद भारतीय गेंदबाज प्रभावी नजर नहीं आए हैं।
भारत के लिए इस टेस्ट में जसप्रीत बुमराह ने एक मैच के आराम के बाद वापसी की है। लेकिन वह भी विकेट लेने में सफल नहीं रहे हैं। इसके अलावा, दूसरे टेस्ट में भारत की जीत के नायक रहे आकाश दीप और मोहम्मद सिराज के हाथ भी पहले दो सत्र में खाली रहे। पहले ओवर में दो विकेट लेने के बाद रेड्डी भी साधारण प्रदर्शन कर रहे हैं।
कप्तान गिल ने पहले सत्र में रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर से गेंदबाजी नहीं करवाई थी। दूसरे सत्र की समाप्ति से पहले दोनों को महज एक-एक ओवर गेंदबाजी का मौका मिला।