क्या 27 सितंबर से वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में महेंद्र गुर्जर देश को गर्वित करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- महेंद्र गुर्जर का विश्व रिकॉर्ड
- 35 भारतीय एथलीटों का डेब्यू
- 104 देशों का भाग लेना
- 186 पदक स्पर्धाएँ
- भारत का पहली बार मेज़बान होना
नई दिल्ली, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में २७ सितंबर से ५ अक्टूबर तक 'वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप २०२५' का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें ३५ भारतीय एथलीट अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करेंगे।
महेंद्र गुर्जर इस चैंपियनशिप में अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने स्विट्जरलैंड में नॉटविल विश्व पैरा-एथलेटिक्स ग्रां प्री में पुरुषों की एफ४२ जैवलिन थ्रो श्रेणी में ६१.१७ मीटर की दूरी तय कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है।
महेंद्र गुर्जर का ध्यान विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपनी छाप छोड़ने पर है, जिसके लिए उन्होंने पटियाला में प्रशिक्षण लिया है। इस पैरा एथलीट का उत्साह इस चैंपियनशिप को लेकर बेहद प्रबल है।
महेंद्र गुर्जर ने एक साक्षात्कार में कहा, "यह चैंपियनशिप केवल पदक जीतने के लिए नहीं है। यह दुनिया के सामने भारतीय पैरा एथलीट्स के साहस और क्षमता को प्रदर्शित करेगी। मुझे उम्मीद है कि हमारा प्रदर्शन और अधिक युवाओं, विशेषकर लड़कियों को उनके सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करेगा।"
यह वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप का १२वां संस्करण है और यह भारत में आयोजित होने वाला अब तक का सबसे बड़ा पैरा खेल आयोजन होगा। इसमें १०४ से अधिक देशों के १,००० से ज्यादा एथलीट और सहयोगी स्टाफ १८६ पदक स्पर्धाओं (१०१ पुरुष, ८४ महिला और १ मिश्रित) में भाग लेंगे। यह पहली बार है जब भारत इतना बड़ा आयोजन आयोजित करेगा। एशिया ने चार बार विश्व चैंपियनशिप की मेज़बानी की है।
पहली बार इस विश्व चैंपियनशिप में भाग लेने वाले प्रतिभाशाली प्रतिभागियों में अतुल कौशिक (डिस्कस एफ५७), प्रवीण (शॉट पुट एफ४६), हैनी (डिस्कस एफ३७), मित भरतभाई पटेल (लंबी कूद टी४४), मंजीत (जैवलिन एफ१३), विशु (लंबी कूद टी१२), पुष्पेंद्र सिंह (जैवलिन एफ४४), अजय सिंह (लंबी कूद टी४७), शुभम जुयाल (शॉट पुट एफ५७), बीरभद्र सिंह (डिस्कस एफ५७), दयावंती (महिला ४०० मीटर टी२०), अमीषा रावत (महिला शॉट पुट एफ४६), आनंदी कुलंथायसामी (क्लब थ्रो एफ३२) और सुचित्रा परिदा (महिला जैवलिन एफ५६) शामिल हैं।