क्या यह विश्व कप जीत महिला क्रिकेट में बदलाव लेकर आएगी?
सारांश
Key Takeaways
- महिला क्रिकेट में सकारात्मक बदलाव
- नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा
- सभी का योगदान महत्वपूर्ण है
- खेल में एकजुटता की महत्ता
- खुद पर विश्वास रखना आवश्यक है
नई दिल्ली, 9 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महिला विश्व कप खिताब जीतने के बाद जब राधा यादव वडोदरा पहुंचीं, तो उनका धूमधाम से स्वागत किया गया। भारतीय क्रिकेट टीम की ऑर्थोडॉक्स गेंदबाज का कहना है कि यह विश्व कप जीत भारतीय महिला क्रिकेट में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी।
राधा यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "भारतीय महिला टीम के विश्व कप खिताब जीतने से नए अवसर खुलेंगे। छोटी-छोटी बच्चियां हमारे मैच देखती हैं, जो हमारे लिए बहुत बड़ी जीत है। आज की लड़कियां खेलों में देश का नाम रोशन करने की ख्वाहिश रखती हैं। हम सभी ने एकजुट होकर खेला, जो एक बड़ी उपलब्धि है। खिताबी मुकाबले के दौरान हम नर्वस थे। छोटी-छोटी गलतियां हुईं, लेकिन अंततः हमने विश्व कप जीता।"
उन्होंने इस जीत का श्रेय पूर्व महिला खिलाड़ियों को देते हुए कहा, "यह सिर्फ हमारी जीत नहीं है। यह उन पूर्व महिला खिलाड़ियों की भी जीत है, जिन्होंने उस समय खेला जब महिला क्रिकेट को इतनी शोहरत नहीं मिलती थी। यह आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा है। आप क्रिकेट में अपना शत प्रतिशत दें और विश्व कप जीतने का सपना देखें।"
वडोदरा में शानदार स्वागत के बारे में राधा यादव ने कहा, "पूरा वडोदरा मुझे बधाई देने आया है। इसे देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। मुझे यहां रहना बहुत पसंद है।"
शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जेमिमा रोड्रिगेज, राधा यादव और स्मृति मंधाना के साथ टीम के हेड कोच अमोल मजूमदार को भी सम्मानित किया।
भारत ने 2 नवंबर को नवी मुंबई में खेले गए खिताबी मुकाबले में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 52 रन से जीत हासिल की थी। टीम इंडिया ने 50 ओवरों में 7 विकेट खोकर 298 रन बनाए। भारतीय पारी में शेफाली वर्मा ने 87 रन बनाए, जबकि दीप्ति शर्मा ने 58 रन जोड़े।
इसके जवाब में साउथ अफ्रीकी टीम महज 45.3 ओवरों में 246 रन पर ढेर हो गई। बल्ले से चमक बिखेरने के बाद दीप्ति शर्मा ने गेंदबाजी में 5 विकेट हासिल किए।