क्या उम्र वाकई मार्क वुड के लिए 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार बनाए रखना मुश्किल कर रही है?
सारांश
Key Takeaways
- मार्क वुड का करियर चोटों से प्रभावित रहा है।
- उन्होंने एशेज सीरीज में वापसी की थी।
- घुटने में दर्द के कारण वह ब्रिसबेन टेस्ट से बाहर हो गए।
- उम्र के प्रभाव से उनकी रफ्तार में कमी आई है।
- वुड ने वापसी की उम्मीद जताई है।
ब्रिसबेन, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वुड का अंतरराष्ट्रीय करियर कई बार चोटों के कारण प्रभावित हुआ है। चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हुए वुड ने घुटने की ऑपरेशन और रिकवरी की कठिन प्रक्रिया के बाद एशेज सीरीज के पर्थ टेस्ट में वापसी की थी। हालांकि, उनकी वापसी निराशाजनक रही। घुटने में दर्द के कारण वह केवल 11 ओवर फेंक सके और ब्रिसबेन में चल रहे दूसरे टेस्ट से बाहर हो गए। वुड ने तीसरे टेस्ट में वापसी पर भी संदेह जताया है।
मार्क वुड ने ब्रिसबेन टेस्ट के पहले दिन चैनल 7 से बात करते हुए कहा, "17 दिसंबर से एडिलेड में शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट में खेलने की उम्मीद कम है। शायद मेलबर्न या सिडनी टेस्ट में मैं वापसी कर सकूं। उम्र मुझ पर हावी हो रही है। 35 साल की उम्र में 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार बनाए रखना अब मेरे लिए मुश्किल हो रहा है।"
वुड ने कहा, "अपने करियर में मैंने हमेशा हिम्मत दिखाई है और वापसी करते हुए अपनी रफ्तार को बढ़ाने की कोशिश की है, लेकिन उम्र के साथ मेरा शरीर अब इसे नहीं झेल पा रहा। फिर भी, मैं प्रयास करता रहूंगा। मुझे गर्व है कि मैं टीम के लिए दौड़ता रहूं और एक अच्छा टीम मैन बनूं। मैंने कुछ इंजेक्शन लगवाए हैं, आराम कर रहा हूं, और मुझे जल्द वापसी की उम्मीद है। वापसी शारीरिक से ज्यादा मानसिक तौर पर चुनौतीपूर्ण होती है।"
वुड फिलहाल घुटने में ब्रेस पहन रहे हैं।
मार्क वुड ने 2015 में डेब्यू किया था। चोटों से प्रभावित करियर में वुड पिछले 10 साल में 38 टेस्ट, 70 वनडे और 38 टी20 खेल चुके हैं। टेस्ट में 119, वनडे में 80 और टी20 में 54 विकेट लिए हैं।