क्या ऐसी घटनाओं से देश की छवि को नुकसान पहुंचता है? मेसी इवेंट के दौरान हंगामे पर बाइचुंग भूटिया का बयान
सारांश
Key Takeaways
- लियोनेल मेसी का दौरा एक महत्वपूर्ण घटना थी।
- प्रशंसकों की नाराजगी ने हंगामा खड़ा किया।
- बाइचुंग भूटिया ने इसे चिंताजनक बताया।
- मुख्यमंत्री ने जांच समिति का गठन किया।
- देश की छवि को बनाए रखना आवश्यक है।
रायपुर, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अर्जेंटीना के प्रसिद्ध फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेसी तीन दिवसीय भारत दौरे पर हैं। शनिवार को जब मेसी कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम पहुंचे, तो कई प्रशंसक उनकी झलक तक नहीं देख पाए। इससे नाराज प्रशंसकों ने स्टेडियम में जमकर तोड़फोड़ की। भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया का मानना है कि यह घटना देश की छवि को नुकसान पहुंचाती है।
बाइचुंग भूटिया ने कहा, "यह बहुत निराशाजनक था। हजारों प्रशंसक स्टेडियम में मौजूद थे, क्योंकि वे लियोनेल मेसी से प्यार करते हैं। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं होंगी, जिससे देश की छवि को नुकसान पहुंचेगा। मुझे उम्मीद है कि इस गलती से लोग एक सबक लेंगे।"
उन्होंने कहा, "यह मेसी का शानदार दौरा था, लेकिन कुछ बातें योजनानुसार नहीं हो पाईं। स्टेडियम में कई वीआईपी थे। मेसी के प्रशंसक उनकी झलक नहीं देख सके। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होंगी। कई प्रशंसक काफी दूर से उनकी एक झलक पाने के लिए आए थे।"
उल्लेखनीय है कि इस मामले में इवेंट के मुख्य आयोजक शताद्रु दत्ता को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी टिकटों की ऊंची कीमत और फुटबॉल आइकन तक सीमित पहुंच को लेकर हुई थी।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शताद्रु दत्ता को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह शहर छोड़ने की कोशिश कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना को लेकर एक न्यायिक समिति के गठन की घोषणा की है, जिसकी अध्यक्षता कलकत्ता हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) असीम कुमार रे करेंगे।
सीएम ममता बनर्जी ने इस मामले को लेकर प्रशंसकों से माफी मांगते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "मैं सॉल्ट लेक स्टेडियम की अव्यवस्था से बहुत परेशान और हैरान हूं। मैं इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए लियोनेल मेसी, सभी खेल प्रेमियों और उनके प्रशंसकों से दिल से माफी मांगती हूं। मैं न्याय (सेवानिवृत्त) असीम कुमार रे की अध्यक्षता में एक जांच समिति बना रही हूं, जिसमें मुख्य सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव व गृह विभाग के सदस्य शामिल होंगे। यह समिति इस घटना की विस्तार से जांच करेगी।"