क्या नजमुल शांतो ने टेस्ट सीरीज हारने के बाद बांग्लादेश की कप्तानी छोड़ी?

सारांश
Key Takeaways
- नजमुल शांतो ने टेस्ट कप्तानी छोड़ने का निर्णय लिया।
- बांग्लादेश ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज 0-1 से गंवाई।
- शांतो ने कहा कि यह निर्णय टीम के हित में है।
- उनका कप्तानी में प्रदर्शन निखरा है।
- बांग्लादेश ने 14 टेस्ट मैचों में चार जीत और नौ हार का सामना किया।
कोलंबो, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश को श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में पारी और 78 रन से हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही मेहमान टीम ने सीरीज 0-1 से गंवा दी, जिसके बाद नजमुल शांतो ने बांग्लादेश की टेस्ट कप्तानी छोड़ने का घोषणा कर दिया, जिससे सभी को आश्चर्य हुआ।
शनिवार को मैच के बाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस में नजमुल शांतो ने कहा, "मैं अब टेस्ट फॉर्मेट में कप्तान के रूप में कार्य नहीं करना चाहता। यह निर्णय मैंने टीम के हित में लिया है। मुझे विश्वास है कि इससे टीम को लाभ होगा। मैं पिछले कुछ वर्षों से ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रहा हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि तीन कप्तान (तीन अंतरराष्ट्रीय फॉर्मेट के लिए) सही नहीं है। मुझे नहीं पता कि बोर्ड इस पर क्या विचार करेगा। मैं बोर्ड के निर्णय का समर्थन करूंगा, लेकिन यह मेरा व्यक्तिगत निर्णय है। मुझे लगता है कि टीम के लिए तीन विभिन्न कप्तानों से निपटना कठिन होगा।"
नजमुल शांतो ने कहा कि उनके इस निर्णय को भावनात्मक या हाल की हार के प्रतिक्रिया के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "मैं चाहता हूं कि कोई भी यह न समझे कि यह निर्णय भावनात्मक है, या मैं किसी चीज से निराश हूं। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं। यह टीम के भले के लिए है।"
इसके साथ ही उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड को अपने इरादों के बारे में बता दिया था।
इस महीने की शुरुआत में शांतो को वनडे कप्तान के पद से हटा दिया गया था। उनके स्थान पर मेहदी हसन मिराज को यह जिम्मेदारी सौंपा गया था।
शांतो का बतौर टेस्ट कप्तान कार्यकाल नवंबर 2023 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के साथ शुरू हुआ। शांतो के नेतृत्व में बांग्लादेश ने 14 टेस्ट मैचों में चार जीत हासिल की, जबकि नौ में हार का सामना करना पड़ा। एक मैच ड्रॉ रहा।
मिश्रित परिणामों के बावजूद, नजमुल शांतो का व्यक्तिगत प्रदर्शन कप्तान के रूप में निखरा। कप्तान के रूप में उनका टेस्ट में औसत 36.24 रहा, जबकि बिना कप्तानी में उनका औसत 29.83 रहा। शांतो के नेतृत्व में बांग्लादेश ने जो चार टेस्ट जीते, उनमें उन्होंने 37.16 की औसत से रन बनाए।
नजमुल शांतो ने 20 जनवरी 2017 को अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। अब तक उन्होंने 37 टेस्ट मैचों की 70 पारियों में 52.64 की औसत से 2189 रन बनाए हैं, जिसमें सात शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं। शांतो 49 वनडे और 50 टी20 मैच भी खेल चुके हैं।
कोलंबो में हुए दूसरे टेस्ट की बात करें, तो बांग्लादेश ने पहली पारी में 247 रन बनाए, जबकि श्रीलंका ने पथुम निसंका (158) की शतकीय पारी के दम पर 458 रन बनाकर बांग्लादेश के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं। इसके जवाब में बांग्लादेश दूसरी पारी में केवल 133 रन पर सिमट गई।
इस मैच में कप्तान नजमुल शांतो ने आठ और 19 रन की पारियां खेलीं।