क्या 2025 में 'नीरज चोपड़ा क्लासिक' के माध्यम से भारत ने जैवलिन में दम दिखाया?

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क्या 2025 में 'नीरज चोपड़ा क्लासिक' के माध्यम से भारत ने जैवलिन में दम दिखाया?

सारांश

क्या आपने सुना है? 'नीरज चोपड़ा क्लासिक' इवेंट ने भारत को जैवलिन में एक नई पहचान दी है। जानिए इस ऐतिहासिक आयोजन के बारे में, जिसमें नीरज चोपड़ा ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

Key Takeaways

  • नीरज चोपड़ा ने जैवलिन में भारत को वैश्विक पहचान दिलाई।
  • यह इवेंट 15,000 दर्शकों के सामने सफलतापूर्वक आयोजित हुआ।
  • भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जैवलिन प्रतियोगिताओं में अपनी क्षमता साबित की।
  • इवेंट में भाग लेने वाले प्रमुख अंतरराष्ट्रीय एथलीट।
  • नीरज का 86.18 मीटर का थ्रो एक नई उपलब्धि है।

नई दिल्ली, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीता था, जिससे वह इस खेल में पदक जीतने वाले भारत के पहले एथलीट बने। नीरज की यह सफलता भारत में इस खेल की विशाल लोकप्रियता का कारण बनी। 2024 में पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने रजत पदक जीकर एक बार फिर अपना दबदबा साबित किया। उनकी लगातार दो ओलंपिक में प्राप्त उपलब्धियों ने यह स्पष्ट कर दिया कि जैवलिन में भारत एक वैश्विक शक्ति बन चुका है।

नीरज की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी कामयाबी के बाद, अब सभी प्रशंसक इस बात की प्रतीक्षा कर रहे थे कि भारत कब जैवलिन के किसी अंतरराष्ट्रीय इवेंट का आयोजन करेगा। इस इंतजार को नीरज चोपड़ा ने अपने नाम से आयोजित 'नीरज चोपड़ा क्लासिक' इवेंट की शुरुआत 2025 में कर समाप्त किया।

5 जुलाई 2025 को बेंगलुरु के श्री कांतीरवा स्टेडियम में 'नीरज चोपड़ा क्लासिक' का पहला संस्करण आयोजित हुआ। यह भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय भाला फेंक टूर्नामेंट था, जो वर्ल्ड एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर गोल्ड स्तर का हिस्सा बना। इस आयोजन की शुरुआत नीरज चोपड़ा की व्यक्तिगत पहल से हुई। जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के सहयोग और भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) की मान्यता से यह टूर्नामेंट संभव हो सका। मूल रूप से यह इवेंट पंचकूला में प्रस्तावित था, लेकिन बेंगलुरु के बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और लाइटिंग की सुविधा के कारण इसे स्थानांतरित किया गया। भारत-पाकिस्तान तनाव के कारण इस इवेंट को पहले स्थगित भी करना पड़ा था। मुकाबले के दौरान 15,000 दर्शकों की उपस्थिति ने इसे सफल बनाया।

इस इवेंट में कुल 12 एथलीटों ने भाग लिया, जिसमें 7 अंतरराष्ट्रीय और 5 भारतीय थे। प्रमुख अंतरराष्ट्रीय नामों में ग्रेनेडा के दो बार के विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स, जर्मनी के 2016 ओलंपिक स्वर्ण विजेता थॉमस रोहलर, केन्या के 2015 विश्व चैंपियन जूलियस येगो और अमेरिकी कर्टिस थॉम्पसन शामिल थे। भारतीयों में नीरज के अलावा सचिन यादव, रोहित यादव, सहिल सिलवाल और यशवीर सिंह ने हिस्सा लिया। नीरज चोपड़ा ने 86.18 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंककर विजेता बने। केन्या के जूलियस येगो दूसरे और श्रीलंका के रुमेश पथिरेज तीसरे स्थान पर रहे। भारत के सचिन यादव चौथे स्थान पर रहे।

‘नीरज चोपड़ा क्लासिक’ का आयोजन इस बात का प्रमाण था कि भारत न केवल जैवलिन की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में दबदबा बनाने में सक्षम है, बल्कि ऐसी प्रतियोगिताओं के आयोजन में भी पूरी तरह सक्षम है।

Point of View

बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं के आयोजन में भी अपनी क्षमता को साबित कर रहा है। यह न केवल खिलाड़ियों के लिए, बल्कि देश के लिए भी गर्व का क्षण है।
NationPress
27/12/2025

Frequently Asked Questions

नीरज चोपड़ा क्लासिक कब आयोजित हुआ?
यह इवेंट 5 जुलाई 2025 को बेंगलुरु में आयोजित हुआ।
इस इवेंट में कितने एथलीटों ने भाग लिया?
इस इवेंट में कुल 12 एथलीटों ने भाग लिया।
नीरज चोपड़ा ने कितना दूर थ्रो किया?
नीरज चोपड़ा ने 86.18 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका।
इस इवेंट का महत्व क्या है?
यह इवेंट भारत के लिए जैवलिन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस इवेंट में कौन से प्रमुख एथलीट शामिल थे?
इसमें एंडरसन पीटर्स, थॉमस रोहलर, जूलियस येगो और कर्टिस थॉम्पसन जैसे प्रमुख एथलीट शामिल थे।
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