क्या नियाथु खेल महोत्सव सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि युवाओं, स्वास्थ्य और एकजुटता का उत्सव है?

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क्या नियाथु खेल महोत्सव सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि युवाओं, स्वास्थ्य और एकजुटता का उत्सव है?

सारांश

नागालैंड के कार्यवाहक राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने नियाथु खेल महोत्सव 2025 में खेलों की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने इसे प्रतियोगिता से परे युवाओं, स्वास्थ्य और एकजुटता का उत्सव बताया। जानिए इस महोत्सव के महत्व और भागीदारी के बारे में।

Key Takeaways

  • नियाथु खेल महोत्सव केवल एक प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि यह युवाओं और स्वास्थ्य का उत्सव है।
  • खेल शांति और एकता को बढ़ावा देने का एक माध्यम हैं।
  • इस महोत्सव में भागीदारी हर बार बढ़ती जा रही है।
  • खेलों के माध्यम से समाज में संस्कृति का आदान-प्रदान होता है।

कोहिमा, १२ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। नागालैंड के कार्यवाहक राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने रविवार को खेलों की शांति को बढ़ावा देने वाली भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "खेल बाधाओं को तोड़ते हैं, समझ बढ़ाते हैं, और हमें संघर्ष के बजाय सम्मान के जरिए मतभेदों को सुलझाना सिखाते हैं।"

राज्यपाल ने नियाथु खेल महोत्सव २०२५ के आठवें संस्करण के समापन समारोह में आभार व्यक्त किया कि नागालैंड में एक शांतिपूर्ण और स्थिर वातावरण है, जो युवाओं को फलने-फूलने, सपने देखने और स्वतंत्रता से प्रतिस्पर्धा करने का अवसर देता है।

इस कार्यक्रम में नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो, ३ कोर के जनरल-ऑफिसर-कमांडिंग-इन-चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल ए.एस. पेंढारकर और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

मणिपुर के राज्यपाल और नागालैंड के अतिरिक्त राज्यपाल का प्रभार भी संभाल रहे भल्ला ने कहा कि नियाथु खेल महोत्सव सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि युवाओं, स्वास्थ्य और एकजुटता का उत्सव है।

उन्होंने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहल के माध्यम से खेलों को बढ़ावा देने में उनकी अटूट प्रतिबद्धता के लिए नियाथु समूह और नियाथु प्रिविलेज क्लब की सराहना की, जो अब नागालैंड के सबसे प्रतीक्षित खेल आयोजनों में से एक बन चुका है।

राज्यपाल ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, नियाथु खेल महोत्सव ने दीमापुर को एथलेटिक प्रतिभाओं के जीवंत मिलन स्थल में बदल दिया है, जो पूरे भारत से प्रतिभागियों को आकर्षित करता है।

उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि इस वर्ष अब तक की सबसे अधिक भागीदारी देखी गई, जिसमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, गोवा, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, असम और कई अन्य राज्यों के एथलीट शामिल हुए।

उन्होंने कहा, "आपकी यहाँ उपस्थिति हमें याद दिलाती है कि खेल सीमाओं से परे हैं। विभिन्न क्षेत्रों, संस्कृतियों और भाषाओं के लोगों को अनुशासन, मित्रता और निष्पक्ष खेल की समान भावना से एकजुट करते हैं।"

इस उत्सव के गहन अर्थ पर विचार करते हुए, राज्यपाल ने कहा, "यह केवल पदक या जीत के बारे में नहीं है, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने, युवा प्रतिभाओं को पोषित करने और अपनेपन की भावना को बढ़ावा देने के बारे में है।"

उन्होंने प्रतिभागियों से खेल के मैदान से परे टीम वर्क, दृढ़ता और सम्मान के मूल्यों को बनाए रखने का आग्रह किया।

Point of View

बल्कि यह समाज में एकता और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का एक साधन है। यह एक ऐसा मंच है, जो विभिन्न संस्कृतियों को एकजुट करता है और युवाओं को प्रेरित करता है।
NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

नियाथु खेल महोत्सव कब आयोजित होता है?
नियाथु खेल महोत्सव हर दो साल में आयोजित किया जाता है।
इस महोत्सव में कौन-कौन से खेल शामिल होते हैं?
इस महोत्सव में विभिन्न खेल जैसे एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, फुटबॉल, और अन्य शामिल होते हैं।
क्या इस महोत्सव का कोई सामाजिक उद्देश्य है?
हाँ, यह महोत्सव युवा प्रतिभाओं को पोषित करने और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने का कार्य करता है।
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