क्या नूपुर ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला पदक पक्का किया?

Click to start listening
क्या नूपुर ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला पदक पक्का किया?

सारांश

नूपुर ने इतिहास रचते हुए विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला पदक पक्का किया। यह उनकी अद्वितीय प्रतिभा और मेहनत का परिणाम है। जानें कैसे उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को हराया और किस प्रकार अन्य भारतीय मुक्केबाज भी पदक जीतने के करीब पहुंचे।

Key Takeaways

  • नूपुर ने लिवरपूल में भारत के लिए पहला पदक पक्का किया।
  • उन्हें ओल्टिनोय सोतिम्बोएवा के खिलाफ जीत मिली।
  • तीन अन्य भारतीय मुक्केबाजों ने भी क्वार्टर फाइनल में जीत हासिल की।
  • भारत ने 20 सदस्यीय दल के साथ चैंपियनशिप में भाग लिया।
  • भारतीय मुक्केबाजी का भविष्य उज्जवल है।

लिवरपूल, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व मुक्केबाजी कप अस्ताना की स्वर्ण पदक विजेता नूपुर ने बुधवार को लिवरपूल में विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला पदक सुनिश्चित किया। नूपुर ने महिलाओं के 80+ किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में उज्बेकिस्तान की ओल्टिनोय सोतिम्बोएवा को 4:1 से हराया।

नूपुर ने प्रारंभिक राउंड में मजबूत शुरुआत की, लेकिन उनकी प्रतिद्वंद्वी, जो अस्ताना में पूर्व विश्व युवा रजत और कांस्य पदक विजेता हैं, ने दूसरे राउंड में अंतर को कम कर दिया। तीसरे और अंतिम राउंड में भारतीय मुक्केबाज ने अपना आक्रमण तेज किया और प्रतिद्वंद्वी को पीछे छोड़ते हुए सेमीफाइनल में पहुंच गईं।

इससे पहले मंगलवार रात, तीन भारतीय मुक्केबाजों ने क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की कर ली और पदक जीतने के बेहद करीब पहुंच गए।

मीनाक्षी (महिला 48 किग्रा) ने चीन की वांग क्यूपिंग को 5:0 से हराया, जदुमणि सिंह मंडेंगबाम (पुरुष 50 किग्रा) ने इंग्लैंड के रीस रीडशॉ को 5:0 से हराया, जबकि अभिनाश जामवाल (पुरुष 65 किग्रा) ने डोमिनिकन गणराज्य के पीटर यनोआ फर्नांडो डी जीसस को हराया।

जुगनू (पुरुष 85 किग्रा) मंगलवार रात हारने वाले एकमात्र भारतीय मुक्केबाज रहे, जिन्हें प्री-क्वार्टर फाइनल में स्कॉटलैंड के रॉबर्ट विलियम मैकनल्टी से 0:5 से हार का सामना करना पड़ा।

भारत ने हाल ही में स्थापित अंतरराष्ट्रीय शासी निकाय विश्व मुक्केबाजी के तत्वावधान में आयोजित हो रही इस पहली विश्व चैंपियनशिप में 20 सदस्यीय दल उतारा है और पुरुष और महिला दोनों वर्गों में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा है।

दो बार की विश्व चैंपियन निकहत जरीन (महिला 51 किग्रा), जैस्मीन लैम्बोरिया (महिला 57 किग्रा), पूजा रानी (महिला 80 किग्रा) और जामवाल (पुरुष 65 किग्रा) अपने-अपने क्वार्टर फाइनल में रिंग में उतरने के लिए तैयार हैं, जिनमें चार और भारतीय मुक्केबाजों के पास पदक पक्का करने का अवसर होगा।

Point of View

बल्कि यह भारत के मुक्केबाजी क्षेत्र की बढ़ती पहचान का प्रतीक भी है। हमें गर्व है कि हमारे युवा खिलाड़ी विश्व स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। यह समय है जब हमें उन्हें समर्थन देने की आवश्यकता है ताकि वे आगे बढ़ सकें।
NationPress
10/09/2025

Frequently Asked Questions

नूपुर ने किस प्रतिद्वंद्वी को हराया?
नूपुर ने उज्बेकिस्तान की ओल्टिनोय सोतिम्बोएवा को 4:1 से हराया।
भारत के अन्य मुक्केबाजों ने कैसे प्रदर्शन किया?
तीन अन्य भारतीय मुक्केबाजों ने भी अपने क्वार्टर फाइनल में जीत हासिल की।
भारत ने कितने सदस्यीय दल के साथ चैंपियनशिप में भाग लिया?
भारत ने 20 सदस्यीय दल के साथ चैंपियनशिप में भाग लिया।
नूपुर का वजन वर्ग कौन सा था?
नूपुर का वजन वर्ग महिलाओं का 80+ किग्रा था।
भारत की अन्य संभावनाएं कौन-कौन सी हैं?
निकहत जरीन, जैस्मीन लैम्बोरिया, पूजा रानी और जामवाल भी पदक जीतने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।