क्या राहुल और जायसवाल ने बेहतरीन डिफेंसिव तकनीक का प्रदर्शन किया?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल और जायसवाल ने बेहतरीन डिफेंसिव तकनीक का प्रदर्शन किया।
- भारत को मजबूत शुरुआत मिली, जिससे टीम का मनोबल बढ़ा।
- संजय मांजरेकर ने युवा खिलाड़ियों की क्षमता की सराहना की।
- भारत को सीरीज में जीत के लिए बाकी दोनों मैच जीतने होंगे।
- युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत है।
मुंबई, २४ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने बताया कि ओपनर केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने चौथे टेस्ट के पहले दिन सुबह के सत्र में अद्भुत डिफेंसिव तकनीक और मजबूत मानसिकता का प्रदर्शन किया। यह पांच मुकाबलों की सीरीज का मैच ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जा रहा है।
केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने पहले विकेट के लिए ९४ रन जोड़े, जिससे भारत को इस महत्वपूर्ण मुकाबले में एक मजबूत शुरुआत मिली। यह मैच भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। ट्रॉफी जीतने के लिए उसे सीरीज के शेष दोनों मुकाबले अपने खाते में डालने होंगे।
चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद 'मैच सेंटर लाइव' पर मांजरेकर ने कहा, "इन दोनों सलामी बल्लेबाजों की बदौलत सुबह का सत्र स्पष्ट रूप से भारत के पक्ष में रहा। उन्होंने उत्कृष्ट डिफेंसिव तकनीक और मजबूत मानसिकता के साथ अपनी लय को बनाए रखा।"
उन्होंने आगे कहा, "भारत को विदेशी परिस्थितियों में हमेशा एक स्थिर ओपनिंग जोड़ी की तलाश रही है, लेकिन अब लगता है कि वह जोड़ी मिल गई। दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाजों का संयोजन, जो शतकीय साझेदारी करता है। यह भरोसेमंद लगता है। इस जोड़ी से निरंतरता की उम्मीद की जा सकती है, जो बहुत मायने रखता है।"
भारत सीरीज में १-२ से पीछे चल रहा है। इस महत्वपूर्ण मुकाबले में भारत को टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी। यशस्वी जायसवाल ने ५८ रनों की पारी खेलते हुए केएल राहुल (४६) के साथ ९४ रनों की ओपनिंग साझेदारी की।
संजय मांजरेकर ने बतौर टेस्ट बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की जमकर तारीफ करते हुए कहा, "दक्षिण अफ्रीका जायसवाल का पहला विदेशी दौरा था, और संभवतः सबसे मुश्किल भी। अगली बार वह और बेहतर करेंगे।"
पूर्व भारतीय क्रिकेटर का मानना है कि यशस्वी जैसे युवा खिलाड़ियों का इस तरह का प्रदर्शन भारतीय टेस्ट टीम के भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है।