क्या सचिन तेंदुलकर ने लॉर्ड्स टेस्ट की शुरुआत में पाँच मिनट तक 'ऐतिहासिक घंटी' बजाई?

सारांश
Key Takeaways
- सचिन तेंदुलकर ने लॉर्ड्स में ऐतिहासिक घंटी बजाई।
- यह परंपरा २००७ में शुरू हुई थी।
- सचिन के अलावा कई दिग्गज इस परंपरा का हिस्सा रहे हैं।
- आर्कर और बुमराह ने टेस्ट में वापसी की है।
- सचिन को क्रिकेट का महानतम बल्लेबाज माना जाता है।
लंदन, १० जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत और इंग्लैंड के बीच गुरुवार से लॉर्ड्स में एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट का आगाज हुआ। सचिन तेंदुलकर ने लॉर्ड्स टेस्ट की शुरुआत से पहले पाँच मिनट तक प्रतिष्ठित घंटी बजाई।
सचिन तेंदुलकर अपनी पत्नी अंजली तेंदुलकर के साथ स्टेडियम पहुंचे। उन्होंने वहां उपस्थित दर्शकों को नमस्ते करने के बाद घंटी बजाना शुरू किया।
इसके बाद सचिन तेंदुलकर ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ बातचीत करते हुए देखे गए।
लॉर्ड्स में किसी भी टेस्ट से पहले घंटी बजाने की परंपरा २००७ से शुरू हुई थी। सचिन से पूर्व सुनील गावस्कर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज इस परंपरा को निभा चुके हैं।
मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने कहा था कि तेंदुलकर लॉर्ड्स में पहली बार उसी दिन घंटी बजाएंगे, जब स्टुअर्ट पियर्सन राइट द्वारा बनाई गई उनकी पेंटिंग का अनावरण किया जाएगा।
साल २०१३ में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले तेंदुलकर को सर्वकालिक महानतम बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। मुंबई के इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने तीनों प्रारूपों में ३४,३५७ अंतर्राष्ट्रीय रन बनाए हैं। वे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में १०० शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं।
लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड ने जोफ्रा आर्चर को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया है, जो चार साल बाद टेस्ट टीम में वापसी कर रहे हैं। जबकि भारतीय टीम ने जसप्रीत बुमराह को अपनी टीम में शामिल किया है।