क्या बैडमिंटन क्रिकेट के बाद देश में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला खेल है? - साइना नेहवाल

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क्या बैडमिंटन क्रिकेट के बाद देश में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला खेल है? - साइना नेहवाल

सारांश

ओलंपिक पदक विजेता साइना नेहवाल ने सतना में सांसद खेल महोत्सव में भाग लिया। उन्होंने कहा कि बैडमिंटन, क्रिकेट के बाद, सबसे अधिक पसंद किया जाने वाला खेल है। खिलाड़ियों को ओलंपिक में सफल होने के लिए मेहनत करनी चाहिए। जानें उनके अनुभव और प्रेरणादायक संदेश।

Key Takeaways

  • बैडमिंटन भारत में सबसे पसंदीदा खेलों में से एक है।
  • साइना नेहवाल ने ओलंपिक में देश का पहला पदक जीता।
  • युवाओं को खेल में कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा दी।
  • बैडमिंटन की आधारभूत संरचना में सुधार हुआ है।
  • ओलंपिक की तैयारी के लिए खिलाड़ियों को निरंतरता बनाए रखनी चाहिए।

सतना, २५ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओलंपिक पदक विजेता और प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने गुरुवार को 'सांसद खेल महोत्सव' में विशिष्ट अतिथि के रूप में सतना का दौरा किया। उन्होंने स्थानीय सांसद गणेश सिंह के निमंत्रण पर यहाँ आकर कहा कि बैडमिंटन, क्रिकेट के बाद, देश में सबसे अधिक प्रिय खेल है। खिलाड़ियों को आगामी ओलंपिक में अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए साइना ने ने कहा, "मैं सांसद खेल महोत्सव में भाग लेने के लिए सतना आई हूँ। मुझे यहाँ आमंत्रित करने के लिए मैं गणेश सिंह का धन्यवाद करती हूँ। यहाँ विभिन्न खेलों के लिए टूर्नामेंट आयोजित किए जाते हैं, और यह आयोजन वर्षों से हो रहा है। यह मेरे लिए गर्व का विषय है।"

उन्होंने आगे कहा, "मैं युवा खिलाड़ियों को संदेश देती हूँ कि हमारे पास अब खेल के लिए उचित आधारभूत संरचना उपलब्ध है। हमारे समर्थन के लिए मंत्री हैं, जो विभिन्न योजनाओं के माध्यम से हमारी मदद कर रहे हैं। खिलाड़ियों को मेहनत करने की आवश्यकता है।"

साइना ने कहा, "सतना आकर मुझे बहुत अच्छा लगा। यहाँ एक बड़ा स्टेडियम है, और बैडमिंटन कोर्ट बहुत शानदार है। मुझे बैडमिंटन से बहुत उम्मीदें हैं। देश में क्रिकेट के बाद, बैडमिंटन सबसे पसंदीदा खेल है। ओलंपिक नजदीक है, और मैं चाहती हूँ कि खिलाड़ी अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखें और मेहनत करते रहें। अगर हम २०३६ ओलंपिक की मेज़बानी के लिए प्रयासरत हैं, तो मुझे आशा है कि हमारे पास इतने सक्षम खिलाड़ी होंगे जो देश के लिए पदक जीतेंगे और हमारे देश को शीर्ष पर ले जाएंगे। यह मेरा सपना है।"

साइना नेहवाल भारत में बैडमिंटन के क्षेत्र में क्रांति लाने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने बैडमिंटन में देश के लिए पहला ओलंपिक पदक जीता था, जब उन्होंने २०१२ में लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। हालांकि, साइना ने आधिकारिक तौर पर बैडमिंटन को अलविदा नहीं कहा है, परंतु घुटने की समस्या के कारण उन्होंने २०२३ के बाद से किसी प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट में भाग नहीं लिया है।

Point of View

बल्कि यह युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। उनके विचारों से यह स्पष्ट होता है कि अगर हम अपने खिलाड़ियों को सही मार्गदर्शन और सुविधाएँ प्रदान करें, तो वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल हो सकते हैं।
NationPress
25/12/2025

Frequently Asked Questions

साइना नेहवाल ने कौन सा ओलंपिक पदक जीता?
साइना नेहवाल ने २०१२ के लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।
साइना नेहवाल का बैडमिंटन के प्रति क्या मानना है?
साइना का मानना है कि बैडमिंटन, क्रिकेट के बाद, देश में सबसे पसंद किया जाने वाला खेल है।
साइना नेहवाल ने किस कार्यक्रम में भाग लिया?
साइना ने 'सांसद खेल महोत्सव' में भाग लिया।
क्या साइना नेहवाल ने बैडमिंटन को अलविदा कहा है?
साइना ने आधिकारिक तौर पर बैडमिंटन को अलविदा नहीं कहा है, लेकिन घुटने की समस्या के कारण उन्होंने २०२३ के बाद से प्रतिस्पर्धाओं में भाग नहीं लिया है।
युवा खिलाड़ियों को साइना नेहवाल का क्या संदेश है?
साइना ने युवा खिलाड़ियों को मेहनत करने और अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखने के लिए प्रेरित किया है।
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