क्या जूनियर मुक्केबाजी नेशनल चैंपियनशिप में सर्विसेज के लड़के और लड़कियों का 'गोल्डन' प्रदर्शन नहीं रहा?

सारांश
Key Takeaways
- सर्विसेज ने दोनों श्रेणियों में चैंपियनशिप जीती।
- लड़कों ने 6 स्वर्ण और लड़कियों ने 4 स्वर्ण जीते।
- हरियाणा को हराकर सर्विसेज ने अपनी ताकत दिखाई।
- कई युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया।
- भारतीय मुक्केबाजी में भविष्य उज्ज्वल है।
रोहतक, 27 जून (राष्ट्र प्रेस)। सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (एसएससीबी) ने जूनियर (अंडर-17) लड़कों और लड़कियों की राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने प्रभाव को बनाए रखा और लड़कों और लड़कियों दोनों श्रेणियों में ओवरऑल चैंपियन बनकर उभरे।
सर्विसेज ने लड़कों के वर्ग में टीम खिताब दोबारा प्राप्त किया और लड़कियों की श्रेणी में एक महत्वपूर्ण जीत हासिल की। उन्होंने पूर्व विजेता हरियाणा को हराकर पहले स्थान पर कब्जा जमाया। हरियाणा ने दूसरे स्थान पर अपनी स्थिति बनाए रखी।
सर्विसेज की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रोहतक स्थित नेशनल बॉक्सिंग एकेडमी में आयोजित हफ्ते भर के टूर्नामेंट में लड़कों और लड़कियों में 9-9 पदक जीते।
लड़कों की टीम ने 6 स्वर्ण, 2 रजत और 1 कांस्य पदक जीते, वहीं लड़कियों ने 4 स्वर्ण, 4 रजत और 1 कांस्य पदक अपने नाम किया।
लड़कों की चैंपियनशिप में महाराष्ट्र ने तीसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि लड़कियों में मणिपुर ने तीसरे स्थान पर कब्जा किया।
लड़कियों के मुकाबले में कई प्रसिद्ध खिलाड़ियों का प्रदर्शन रहा, जिन्होंने हाल ही में एशियाई अंडर-15 और अंडर-17 चैंपियनशिप में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। दिल्ली की अहाना शर्मा ने 50 किग्रा वर्ग में शानदार जीत हासिल की। उत्तराखंड की खुशी चंद ने 46 किग्रा में 3-2 से करीबी जीत दर्ज की, और हरियाणा की अंशिका ने 80 प्लस किग्रा वर्ग में अपनी पकड़ बनाए रखी।
सर्विसेज की दोनों टीमों की जीत में फाइनल में हुए कड़े मुकाबलों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लड़कों की प्रतियोगिता में, एशियाई अंडर-17 चैंपियनशिप में हाल ही में पदक जीतने वाले उधम सिंह राघव ने 54 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता, जबकि साहिल दुहान (60 किग्रा), प्रियांश सेहरावत (70 किग्रा), जयदीप सिंह हंजरा (80 किग्रा) और राहुल (80+ किग्रा) ने भी शीर्ष स्थान हासिल किया। लक्ष्य बल्हारा ने 4-1 से अमन सिवाच को हराया, जबकि हरियाणा के आदित्य ने 52 किग्रा में टिकम सिंह को कड़े मुकाबले में मात दी।
एसएससीबी की लड़कियों की टीम को नैतिक (52 किग्रा), चंद्रिका पुजारी (54 किग्रा), हरसिका (60 किग्रा) और हमूर कौर (66 किग्रा) की शानदार जीत से मजबूती प्राप्त हुई, जिसमें से हरसिका ने तीसरे राउंड में स्टॉपेज स्कोर किया। 80 किग्रा वर्ग में प्राची खत्री की दमदार आरएससी जीत, साथ ही हिमांशी (70 किग्रा) और जिया (48 किग्रा) ने भी खिताब जीते, जो देश में उभरती महिला मुक्केबाजों की ताकत को दर्शाता है।
मणिपुर के लांचेनबा सिंह को लड़कों का सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज घोषित किया गया। उन्होंने 50 किग्रा में सर्विसेज के पीयूष को 3-2 से हराया, जबकि उत्तराखंड के लकी बगडवाल (57 किग्रा) को सबसे होनहार खिलाड़ी घोषित किया गया।
लड़कियों में हरियाणा की दिव्या (63 किग्रा) को सर्वश्रेष्ठ और जम्मू-कश्मीर की बरीना (70 किग्रा) को क्रमशः सर्वश्रेष्ठ और सबसे होनहार खिलाड़ी चुना गया। हरियाणा की पूजा दुहन को सर्वश्रेष्ठ रेफरी और राजस्थान के विशाल निरवाण को सर्वश्रेष्ठ जज का पुरस्कार दिया गया।