क्या स्मृति ईरानी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाली महिला बॉक्सर्स को सम्मानित किया?

सारांश
Key Takeaways
- महिला बॉक्सर्स ने देश का नाम रोशन किया है।
- स्मृति ईरानी ने खिलाड़ियों के संघर्ष की सराहना की।
- खेलों का महत्व शारीरिक और मानसिक विकास में है।
- युवाओं को खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया गया।
- यह समारोह भारतीय खेलों का उत्सव था।
ग्रेटर नोएडा, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय महिला बॉक्सर्स की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अद्वितीय उपलब्धियों का उत्सव ग्रेटर नोएडा में मनाया गया। इस अवसर पर भारतीय बॉक्सिंग महासंघ और सीआरसी के संयुक्त तत्वावधान में एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
इस समारोह का मुख्य उद्देश्य उन खिलाड़ियों को सम्मानित करना था, जिन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप, लिवरपूल में देश का गौरव बढ़ाया। इस मंच पर स्वर्ण पदक विजेता जैस्मिन और मीनाक्षी, रजत पदक विजेता नूपुर और कांस्य पदक विजेता पूजा रानी को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
इन चारों महिला खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत और जुनून से न केवल भारत का परचम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लहराया, बल्कि लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी बनीं। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व सांसद एवं पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी ने शिरकत की। उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारतीय बेटियों ने यह साबित कर दिया है कि सपनों को पूरा करने का जज़्बा हो तो कोई भी कठिनाई रास्ते की रुकावट नहीं बन सकती।
उन्होंने कहा कि इन महिला बॉक्सर्स ने कठिन परिश्रम और अनुशासन के बल पर देश का नाम रोशन किया है। स्मृति ईरानी ने युवाओं से भी खेलों को जीवन का हिस्सा बनाने का आह्वान किया और कहा कि खेल व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाते हैं, साथ ही राष्ट्र की उन्नति में भी अहम योगदान देते हैं।
इस सम्मान समारोह में भारतीय मुक्केबाज़ विजेंदर सिंह भी शामिल हुए थे, जिन्होंने मिडिलवेट वर्ग में कांस्य पदक जीता था। वह मुक्केबाज़ी में ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट थे। उनके अलावा बड़ी संख्या में खेल प्रेमियों, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों ने भी भाग लिया।