क्या सुनील गावस्कर ने सूर्यकुमार को अपरंपरागत सोच वाला कप्तान बताया?

सारांश
Key Takeaways
- सुनील गावस्कर का समर्थन सूर्यकुमार यादव के लिए महत्वपूर्ण है।
- कप्तान ने अनोखे तरीके से बल्लेबाजी क्रम को व्यवस्थित किया।
- टीम ने एशिया कप में जीत की हैट्रिक लगाई।
- भारत ने 188 रन बनाकर ओमान को हराया।
- गावस्कर ने सूर्यकुमार की सोच की सराहना की।
दुबई, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने ओमान के खिलाफ एशिया कप 2025 के 12वें मुकाबले में कप्तान सूर्यकुमार यादव के निर्णयों की प्रशंसा की।
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम इंडिया ने एशिया कप 2025 में जीत का हैट्रिक लगाया है। हालांकि, शुक्रवार को ओमान के खिलाफ तीसरे और अंतिम ग्रुप चरण के मैच में भारतीय टीम ने केवल 21 रन से जीत प्राप्त की। इस दौरान कप्तान स्वयं बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरे। उन्होंने बल्लेबाजी क्रम में खुद से पहले अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव को उतारने का निर्णय लिया।
कई विशेषज्ञों ने इस निर्णय की आलोचना की, लेकिन गावस्कर का मानना है कि यह एक समझदारी भरा निर्णय था।
'सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क' पर गावस्कर ने कहा, "अगर सूर्यकुमार यादव एक ओवर भी बल्लेबाजी करते, तो कुछ चौके-छक्के लगाकर अच्छा कर सकते थे। लेकिन जिस तरह से उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बल्लेबाजी की, शायद उन्हें अभ्यास की आवश्यकता नहीं है। सूर्यकुमार ने सोचा होगा कि अगर भारत किसी मैच में जल्दी विकेट गंवा देता है, तो कुलदीप यादव की बल्लेबाजी महत्वपूर्ण हो सकती है। शायद इसीलिए उन्होंने कुलदीप को बल्लेबाजी के लिए भेजा।"
गावस्कर ने कहा, "वह एक बेहद अपरंपरागत सोच वाले कप्तान हैं। हमने श्रीलंका में देखा कि उन्होंने स्वयं गेंदबाजी की और रिंकू सिंह को भी गेंद सौंपी। उन्होंने हाथ से फिसलते नजर आ रहे मुकाबले का रुख पलते हुए भारत को जिताया। वह कुछ हटकर सोचने वाले कप्तान हैं। शायद इसीलिए उन्होंने बल्लेबाजी नहीं की और कुलदीप तथा अर्शदीप सिंह को मैदान पर उतारा।"
भारत ने आबू धाबी में खेले गए मुकाबले में 8 विकेट खोकर 188 रन बनाए। भारत की ओर से संजू सैमसन ने सबसे अधिक 56 रन बनाए। इसके जवाब में ओमान की टीम निर्धारित ओवरों में 4 विकेट खोकर 167 रन ही बना सकी। इस मैच के दौरान कप्तान सूर्यकुमार ने नई गेंद हार्दिक पांड्या को सौंपी और आठ गेंदबाजों को मैदान में उतारा।