क्या हसीन जहां की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने मोहम्मद शमी को नोटिस जारी किया?
सारांश
Key Takeaways
- सुप्रीम कोर्ट ने मोहम्मद शमी को नोटिस जारी किया है।
- हसीन जहां ने गुजारा भत्ता बढ़ाने की मांग की है।
- अगली सुनवाई चार हफ्तों में होगी।
- शमी का अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच 9 मार्च को था।
- हसीन जहां ने शमी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
नई दिल्ली, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। क्रिकेटर मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां, जो उनसे अलग रह रही हैं, ने गुजारा भत्ता बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार और क्रिकेटर मोहम्मद शमी को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने इस मामले पर चार हफ्तों में जवाब मांगा है। अगली सुनवाई चार हफ्तों बाद होगी।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने प्रति महीने हसीन जहां को डेढ़ लाख रुपए और उनकी बेटी के लिए ढाई लाख रुपए गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया था। इसके बाद, हसीन जहां ने इस आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि हाईकोर्ट द्वारा तय किया गया गुजारा भत्ता उचित प्रतीत होता है।
मोहम्मद शमी ने 2014 में हसीन जहां से निकाह किया था, लेकिन 2018 में हसीन जहां ने शमी पर घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया, जिसके बाद दोनों अलग हो गए।
हसीन जहां ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में शमी को 'चरित्रहीन, लालची और मतलबी' कहा था।
एक शो के दौरान, मोहम्मद शमी ने अपनी निजी जिंदगी के बारे में कहा कि कोई भी अपने घर में झगड़ा नहीं चाहता, खासकर जब वह अपने देश की सेवा कर रहा हो। उन्होंने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप कुछ अपराधियों पर लगने वाले आरोपों से कहीं ज्यादा गंभीर हैं।
मोहम्मद शमी मार्च 2025 के बाद से भारतीय टीम में नहीं खेले हैं। उनका अंतिम अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 9 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ था।
वर्तमान में, शमी घरेलू क्रिकेट में अपनी पहचान बना रहे हैं। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में उत्तराखंड के खिलाफ 7 विकेट और गुजरात के खिलाफ 8 विकेट लिए हैं। प्रशंसक उनकी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।