क्या सूर्यकुमार यादव ने बढ़ाई भारत की चिंता, पिछली 9 पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं?

सारांश
Key Takeaways
- सूर्यकुमार यादव की हालिया फॉर्म चिंताजनक है।
- टी20 में उनका प्रदर्शन भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण है।
- कप्तानी का दबाव उनकी बल्लेबाजी पर असर डाल रहा है।
- टी20 विश्व कप 2026 में उनकी फॉर्म का लौटना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 24 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एक समय था जब सूर्यकुमार यादव की टी20 में बादशाहत का कोई मुकाबला नहीं था। उस दौर में दुनिया का कोई भी बल्लेबाज उनके स्तर तक नहीं पहुंच पाता था। लंबे समय तक, वह आईसीसी की टी20 रैंकिंग में नंबर एक स्थान पर रहे। लेकिन हाल के दिनों में उनके बल्ले से रन निकलना जैसे थम सा गया है। सूर्यकुमार यादव की खराब फॉर्म ने भारतीय टीम के लिए चिंता का सबब बन गई है।
कभी अपने अनूठे शॉट्स, तेज स्ट्राइक रेट और टी20 में निरंतरता के लिए चर्चित रहने वाले सूर्यकुमार यादव की वर्तमान स्थिति चिंताजनक है। पहले गेंदबाज उनके सामने आने से डरते थे, लेकिन पिछले 10 मैचों की 9 पारियों में उनका बल्ला एक भी अर्धशतक नहीं बना सका। एशिया कप 2025 में पाकिस्तान के खिलाफ उनका 47 रन इस दौरान का सबसे बड़ा स्कोर है।
सूर्यकुमार टीम के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज हैं। उनका रन बनाना बेहद महत्वपूर्ण है, लेकिन लंबे समय तक बल्लेबाजी में असफलता ने भारतीय टीम की स्थिति को कठिन बना दिया है। कप्तानी के दबाव ने कहीं न कहीं उनकी बल्लेबाजी पर असर डाला है। जो कभी शीर्ष स्थान पर थे, वह अब आईसीसी रैंकिंग में छठे स्थान पर पहुंच गए हैं। टीम उनकी कप्तानी में जीत रही है, लेकिन उनकी व्यक्तिगत फॉर्म में गिरावट आई है।
सूर्यकुमार ने पिछले 10 मैचों की 9 पारियों में 4 बार ही दो अंकों का आंकड़ा छुआ है। ओमान के खिलाफ वह बल्लेबाजी के लिए नहीं आए थे। 9 पारियों में उनका प्रदर्शन 0, 12, 14, 0, 2, 7, 47, 0, 5 रहा है।
सूर्यकुमार यादव ने 88 टी20 मैचों की 83 पारियों में 4 शतक और 21 अर्धशतक के सहारे 2,657 रन बनाए हैं। उनका औसत 37.96 और स्ट्राइक रेट 165.24 है। खराब फॉर्म के कारण दोनों आंकड़े गिर गए हैं। एशिया कप के बाद टी20 विश्व कप 2026 एक महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है, जिसका आयोजन भारत और श्रीलंका की मेज़बानी में होगा। सूर्या की फॉर्म का जल्द लौटना भारतीय टीम के लिए फायदेमंद साबित होगा।