क्या भारतीय गेंदबाजों ने उम्मीदों पर खरा उतरने में असफलता पाई? शांता रंगास्वामी का विचार
सारांश
Key Takeaways
- भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।
- बल्लेबाजी में सुधार हुआ है।
- टीम इंडिया के पास गोल्डन चांस है।
- सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से मुकाबला करेंगे।
- महिलाओं के क्रिकेट को बढ़ावा देने का अवसर।
बेंगलुरु, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महिला विश्व कप 2025 में भारतीय गेंदबाजों के प्रदर्शन पर पूर्व कप्तान शांता रंगास्वामी ने निराशा व्यक्त की है। उनका मानना है कि भारतीय गेंदबाजों ने उम्मीदों के अनुसार प्रदर्शन नहीं किया है। फिर भी, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पहली कप्तान के अनुसार, टीम इंडिया के पास खिताब जीतने का सुनहरा मौका है।
पूर्व कप्तान ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "मुझे लगता है कि भारत की गेंदबाजी ने हमें निराश किया है। 1970 के दशक से, जब हम खेल रहे थे, भारत हमेशा एक मजबूत गेंदबाजी आक्रमण पर गर्व करता रहा है। यदि कोई कमी थी, तो वह हमारी बल्लेबाजी में थी।"
उन्होंने आगे कहा, "इसके विपरीत, अब बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन गेंदबाजों ने निराश किया है। यह भारत के लिए गोल्डन चांस है। भारतीय मैदान पर, अपने दर्शकों के बीच खेलना। मुझे आशा है कि भारतीय टीम ट्रॉफी जीतेगी, जिससे देश में महिलाओं के क्रिकेट को बढ़ावा मिलेगा।"
भारतीय टीम इस विश्व कप में अब तक 7 मुकाबलों में 3 जीत हासिल कर चुकी है। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला मैच डकवर्थ लुईस नियम के तहत 59 रन से जीता, इसके बाद पाकिस्तान को 88 रन से हराया।
फिर टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3-3 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड ने उसे 4 रन के करीबी अंतर से हराया।
आखिरकार, हार के सिलसिले को तोड़ते हुए भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ डकवर्थ लुईस नियम के तहत 53 रन से जीत दर्ज की और सेमीफाइनल का टिकट हासिल किया। इसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ अगला मैच बेनतीजा रहा।
भारतीय टीम 30 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नवी मुंबई स्थित डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स एकेडमी में सेमीफाइनल का मुकाबला खेलेगी, जिसमें जीतने वाली टीम 2 नवंबर को खिताबी मैच में उतरेगी। फाइनल में उसका सामना इंग्लैंड-साउथ अफ्रीका के बीच सेमीफाइनल की विजेता टीम से होगा।