क्या सिर्फ 14 साल की उम्र में वैभव सूर्यवंशी बन सकते हैं रणजी ट्रॉफी में बिहार के उपकप्तान?

सारांश
Key Takeaways
- वैभव सूर्यवंशी का उपकप्तान बनना एक बड़ी उपलब्धि है।
- बिहार रणजी ट्रॉफी टीम का हिस्सा बनना उनके करियर का एक महत्वपूर्ण कदम है।
- उनका आईपीएल में प्रदर्शन भी उल्लेखनीय रहा है।
- इस युवा खिलाड़ी की सफलता भविष्य में भारतीय क्रिकेट को प्रभावित कर सकती है।
- उनके अनुभव और कौशल से युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी।
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। वैभव सूर्यवंशी को केवल 14 साल की आयु में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा रणजी ट्रॉफी के लिए 15 सदस्यीय टीम का उपकप्तान बनाया गया है। इस टीम की नेतृत्व जिम्मेदारी सकीबुल गनी के पास है।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सबसे तेज दूसरा शतक लगाकर अपनी पहचान बना चुके वैभव सूर्यवंशी ने अंडर-19 टीम में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया है। अब उन्हें रणजी ट्रॉफी में खेलते हुए देखना निश्चित है। यह उनके लिए सीनियर टीम की ओर एक और कदम बढ़ाने का अवसर है।
अगर वैभव रणजी ट्रॉफी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं, तो यह उनके लिए भारत की सीनियर टीम में जगह बनाने का एक बड़ा मौका हो सकता है। वैभव, आईपीएल इतिहास के सबसे युवा शतकवीर और सबसे तेज आईपीएल शतक (35 गेंदों में) लगाने वाले भारतीय भी हैं। आईपीएल में सबसे तेज शतक लगाने के मामले में वैभव से आगे केवल क्रिस गेल (30 गेंदों में) हैं।
उन्होंने अपना पहला आईपीएल सीजन राजस्थान रॉयल्स के लिए खेला, जिसमें 7 मैचों में 36 की औसत से 252 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और एक अर्धशतक भी निकला।
जब वैभव सूर्यवंशी ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ अपना पहला आईपीएल मैच खेला, तब उनकी आयु केवल 14 साल और 23 दिन थी।
उन्होंने यूथ वनडे सीरीज में 143 रन की पारी खेली थी और हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यूथ टेस्ट में 113 रन बनाए।
वैभव ने अपने फर्स्ट क्लास करियर में कुल 5 मैच खेले हैं, जिनमें 100 रन बनाए हैं। वहीं, 6 लिस्ट-ए मैचों में उन्होंने 132 रन हासिल किए हैं। वैभव अब तक कुल 8 टी20 मैच खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 265 रन बनाए हैं।
बिहार रणजी ट्रॉफी 2025-26 की टीम: पीयूष कुमार सिंह, भास्कर दुबे, सकीबुल गनी (कप्तान), वैभव सूर्यवंशी (उपकप्तान), अर्णव किशोर, आयुष लोहारुका, बिपिन सौरभ, अमोद यादव, नवाज खान, साकिब हुसैन, राघवेंद्र प्रताप सिंह, सचिन कुमार सिंह, हिमांशु सिंह, खालिद आलम, सचिन कुमार।