क्या जैस्मीन और निखत जरीन सहित 15 मुक्केबाज विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल में जगह बना पाएंगे?

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क्या जैस्मीन और निखत जरीन सहित 15 मुक्केबाज विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल में जगह बना पाएंगे?

सारांश

विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल में भारत के 15 मुक्केबाजों की उपस्थिति ने खेल को एक नई ऊँचाई पर पहुंचा दिया है। जैस्मीन, निखत और अन्य स्टार मुक्केबाजों के बीच मुकाबलों ने दर्शकों में उत्साह भर दिया है। क्या वे स्वर्ण पदक जीत पाने में सफल रहेंगे? जानें सभी मुकाबलों के बारे में।

Key Takeaways

  • जैस्मीन और निखत ने अपने-अपने मुकाबले जीते।
  • भारत के 15 मुक्केबाज फाइनल में पहुंचे हैं।
  • गुरुवार को कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।
  • स्वर्ण पदक के लिए महत्वपूर्ण मुकाबले होंगे।
  • खेल को देश का सम्मान मिलता है।

ग्रेटर नोएडा, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व मुक्केबाजी कप के फाइनल्स का आयोजन ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक खेल परिसर में हो रहा है। यह आयोजन देश के लिए ऐतिहासिक साबित हो रहा है। स्वर्ण पदक के मुकाबलों में भारत के 15 मुक्केबाजों ने जगह बनाई है।

बुधवार को जैस्मीन लाम्बोरिया (57 किग्रा) और दो बार की पूर्व विश्व चैंपियन निखत जरीन (51 किग्रा) ने अपने-अपने मुकाबले जीतकर फाइनल में जगह बनाई।

जैस्मीन ने पूर्व एशियाई युवा चैंपियन, कजाकिस्तान की उल्जान सरसेनबेक के खिलाफ 5:0 से जीत हासिल की है। इस जीत के बाद जैस्मीन फाइनल में पेरिस ओलंपिक पदक विजेता वू शिह-यी के खिलाफ उतरेंगी। वहीं, निखत जरीन (51 किग्रा) ने उज्बेकिस्तान की गनीवा गुलसेवर के खिलाफ शानदार जीत दर्ज की।

सचिन सिवाच और हितेश गुलिया भी विजेताओं में शामिल रहे। सचिन (60 किग्रा) ने दिलशोद अब्दुमुरोदोव को हराया, जबकि हितेश (70 किग्रा) ने मुखमदअजीजबेक इस्माइलोव को मात दी।

दोपहर के सत्र में, पवन (55 किग्रा) ने इंग्लैंड के एलिस ट्रोब्रिज पर 5-0 से जीत हासिल की। जदुमणि सिंह (50 किग्रा) ने ऑस्ट्रेलिया के ओमर इजाज को हराया।

हालांकि, जुगनू (85 किग्रा) को हार का सामना करना पड़ा। नीरज फोगट (65 किग्रा) को ओलंपिक पदक विजेता चेन निएन-चिन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। सुमित (75 किग्रा) को पोलैंड के मिशल जार्लिंस्की से 4-1 से हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।

कुल 15 मुक्केबाज फाइनल में पहुंचे हैं।

गुरुवार के खिताबी मुकाबलों में भारत और उज्बेकिस्तान के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी, जिसमें छह फाइनल होंगे। अरुंधति का मुकाबला अजीजा जोकिरोवा से, नूपुर का मुकाबला सोतिम्बोएवा ओल्टिनोय से, मीनाक्षी का मुकाबला फोजिलोवा फरजोना से, और नरेंद्र का मुकाबला खलीमजोन मामासोलिएव से होगा। जदुमणि और पवन का सामना क्रमशः असिलबेक जलीलोव और समंदर ओलिमोव से होगा।

अन्य फाइनल मुकाबलों में प्रीति का सामना इटली की सिरिन चार्राबी से, परवीन का जापान की अयाका तागुची से और पूजा का सामना पोलैंड की मौजूदा विश्व चैंपियन अगाता काज्मार्स्का से होगा। पुरुष वर्ग में अंकुश फंगल का मुकाबला इंग्लैंड के शिट्टू ओलादिमेजी से होगा, जबकि अभिनाश जामवाल का सामना जापान के अनुभवी शियोन निशियामा से होगा।

Point of View

NationPress
19/11/2025

Frequently Asked Questions

विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल कब हो रहा है?
विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल का आयोजन 19 नवंबर को ग्रेटर नोएडा में हो रहा है।
कितने भारतीय मुक्केबाज फाइनल में पहुंचे हैं?
कुल 15 भारतीय मुक्केबाज फाइनल में पहुंचे हैं।
जैस्मीन लाम्बोरिया का मुकाबला किसके खिलाफ है?
जैस्मीन लाम्बोरिया का मुकाबला पेरिस ओलंपिक के पदक विजेता वू शिह-यी के खिलाफ है।
निखत जरीन ने किसका सामना किया?
निखत जरीन ने उज्बेकिस्तान की गनीवा गुलसेवर को हराया।
भारतीय मुक्केबाजों के अगले मुकाबले कब हैं?
गुरुवार को भारत और उज्बेकिस्तान के बीच फाइनल मुकाबले होंगे।
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