क्या युवती ने क्रिकेटर यश दयाल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है?

सारांश
Key Takeaways
- यश दयाल पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
- एफआईआर में शारीरिक और भावनात्मक शोषण का उल्लेख है।
- पीड़िता ने कई बार आत्महत्या करने की कोशिश की।
- पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
- जागरूकता बढ़ाना और न्याय की मांग करना आवश्यक है।
गाज़ियाबाद, ७ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के तेज गेंदबाज यश दयाल पर यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगा है। उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद स्थित इंदिरापुरम पुलिस थाने में एक युवती ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। उन पर बीएनएस की धारा 69 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता ने एफआईआर में उल्लेख किया कि वह पिछले पांच वर्षों से यश दयाल के साथ रिश्ते में थी। क्रिकेटर ने लगातार शादी का झूठा वादा करके उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। एफआईआर में लिखा गया है, "उन्होंने मुझे अपने परिवार से मिलवाया, जिन्होंने मुझे बहू का दर्जा दिया और मैंने इस रिश्ते को पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ निभाया। लेकिन सच्चाई यह थी कि उन्होंने इस रिश्ते का इस्तेमाल केवल शारीरिक और भावनात्मक शोषण के लिए किया। जब मैंने उनकी धोखेबाज़ी पर सवाल उठाया, तो उन्होंने मुझ पर शारीरिक हिंसा की और माफी मांगकर मुझे बहलाने की कोशिश की।"
पीड़िता ने बताया कि इस व्यवहार से वह भावनात्मक रूप से टूट गई और उसका आत्मविश्वास पूरी तरह से समाप्त हो गया। वह आर्थिक और मानसिक रूप से यश दयाल पर निर्भर हो गई और दीर्घकालिक डिप्रेशन में चली गई, जिसके लिए उसे चिकित्सा सहायता लेनी पड़ी।
शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि उसने कई बार आत्महत्या करने की कोशिश की क्योंकि वह मानसिक पीड़ा से उबर नहीं पा रही थी। आरोप है कि यश दयाल और उनका परिवार उसे झूठी सांत्वना देते रहे कि वह बहू बनकर उनके घर आएगी। जब उसे पता चला कि यश ने इसी तरह के रिश्ते कई अन्य लड़कियों के साथ भी रखे हैं, तो वह पूरी तरह से टूट गई।
उसने न्याय की गुहार लगाते हुए एफआईआर में उसके मामले को सुने जाने का अनुरोध किया। उसने कहा कि जब सिस्टम सच के साथ खड़ा होता है, तब हर चुप्प रहने वाली लड़की को ताकत मिलती है। उसके पास दोनों के रिश्ते के सभी आवश्यक सबूत हैं और वह उन्हें प्रस्तुत करने के लिए तैयार है।
यश दयाल की गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है। पुलिस ने कहा है कि शिकायत के आधार पर आगे की जांच की जाएगी और जांच में मिले साक्ष्यों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।