क्या मैनचेस्टर टेस्ट का ड्रॉ होना इंग्लैंड सीरीज में भारत के लिए महत्वपूर्ण था? : युवराज सिंह

सारांश
Key Takeaways
- मैनचेस्टर टेस्ट ने भारत के आत्मविश्वास को बढ़ाया।
- इस ड्रॉ ने सीरीज को बराबर करने में मदद की।
- युवराज सिंह के अनुसार, वाशिंगटन सुंदर ने प्रभावित किया।
- भारतीय टीम ने चुनौतियों का सामना किया।
- इंग्लैंड में खेलना हमेशा मुश्किल होता है।
नई दिल्ली, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही। भारतीय टीम ने 'द ओवल' में आयोजित पांचवें टेस्ट को जीतकर सीरीज को बराबर किया। पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह ने मैनचेस्टर टेस्ट को भारत के लिए निर्णायक बताते हुए कहा कि इसका ड्रॉ होना टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक रहा।
युवराज सिंह ने आईसीसी के इंस्टाग्राम पर साझा किए गए एक वीडियो में कहा, "मैनचेस्टर टेस्ट का ड्रॉ होना भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा। इसके कारण ही भारत ने सीरीज में बराबरी की। ड्रॉ ने हमारी टीम का आत्मविश्वास बढ़ाया, जो कि अगले टेस्ट में जीत का कारण बना।"
पूर्व ऑलराउंडर ने आगे कहा, "ओल्ड ट्रैफर्ड की सपाट पिच पर भारत ने अंतिम पांच सत्रों तक बल्लेबाजी करके चौथा टेस्ट ड्रॉ कराया। कप्तान शुभमन गिल ने 103 और केएल राहुल ने 90 रनों की पारी खेली। रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने भी शतकों की मदद से महत्वपूर्ण साझेदारी की।"
युवराज ने बताया कि रवींद्र जडेजा लंबे समय से टीम में हैं, लेकिन वाशिंगटन सुंदर ने उन्हें काफी प्रभावित किया है। सुंदर ने टेस्ट टीम में अवसर मिलने के बाद से शानदार प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा कि इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय टीम युवा थी, लेकिन इसने अद्भुत प्रदर्शन करके अपनी क्षमता को साबित किया है। इंग्लैंड में खेलना कभी भी आसान नहीं होता है।
पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में, पहले टेस्ट में भारत ने पांच विकेट से हार का सामना किया, दूसरे टेस्ट में 336 रन से जीत हासिल की, तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड ने 22 रन से जीत दर्ज की और चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा। अंतिम टेस्ट में भारतीय टीम ने छह रन से जीत दर्ज की।